गांव वाले हो, 18 सितंबर तक सरकार से बिजली नहीं मांगना भाई
अजीत सिंह
समाजवाद का अर्थ है, सबको समान अधिकार, न्याय व सुविधा, मगर सूबे की समाजवादी पार्टी के राज में शुक्रवार से 18 सितम्बर तक जिले के ग्रामीण इलाकों को बिजली मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। शहरी इलाके इससे प्रभावित नहीं होंगे।
जिला मुख्यालय स्थित 132 केवीए बिजली घर को राज्य स्तर पर मिले आदेश के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति का शेडयूल स्थगित करते हुए कहा गया है कि यह सुरक्षा के लिए आवश्यक है। गांवों को बिजली सप्लाई ग्रिड की क्षमता पर निर्भर है।
आदेश में लिखा है कि अगर शहरी क्षेत्रों से बिजली बचेगी तो ही गांवों को दी जायेगी।
सिद्धार्थनगर पावर हाउस को दिये निर्देश में कहा गया है कि वर्तमान में बिजली का उत्पादन घट जाने से ग्रामीण क्षेत्रों को शेडयूल के हिसाब से बिजली दे पाना संभव नहीं है। लिहाजा अब ग्रामीणों को सरकारी फरमान का सामना 18 सितंबर तक झेलना पड़ेगा। आगे की सप्लाई नये आदेश के मुताबिक होगी।
सपाइयों ने जताया विरोध —
बिजली की भारी कटौती को देखते हुए समाजवार्दी पार्टी के अपने संगठन समाजवादी छात्र सभा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रसभा के जिला सचिव मुश्ताक अहमद ने एस्डीएम शोहरतगढ़ को दिए ज्ञापन में 48 घंटो में बिजली सुधार न होने पर रास्ता जाम का अल्टीमेटम दिया है।