उत्पीड़न के मुद्दे पर सांसद पाल ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद से किया सवाल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ थाने के पकड़ी चौराहा पर गत दिवस हुए कथित पुलिसिया आतंक पर जिले के सपा नेताओं की मुखरता और खास तौर से सपा के सीनियर लीडर व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय की सक्रियता की निंदा करते हुए क्षेत्रीय संसद जगदम्बिका पाल उन्हें आड़े हाथ लिया है और कहा है कि ऐसे मामलों में सपा का दामन कितना साफ है, इसे माता प्रसाद जी को बताना चाहिए।
गत दिवस संवाददाताओं से बात करते हुए श्री पाल ले कहा कि जिस प्रकार अचानक घटी पकड़ी चौराहे की घटना को सपाई तूल दे रहे हैं, वह बिलकुल उचित नहीं है। वह केवल राजनीति कर रहे हैं। जबकि सपा शासन काल में इसी जिले में एक से एक लोमहर्षक घटनायें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि श्री पांडेय के अपने विधानसभसा क्षेत्र में भी अनेक घटनाए घट चुकी हैं, मगर उन्होंने कभी ईमानदारी नहीं दिखाई।
उन्होंने कहा कि सपा के शासन काल में उनके खुद के विधानसभा क्षेत्र में उत्पीड़न की कई घटनाएं हुई लेकिन कभी दोषी सजा नहीं पा सके। उन्होंने याद दिलाया कि उनके क्षेत्र में जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत हुई। जिसमें दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनके शासन काल में जिले का सबसे बड़ा अनाज मफिया इटवा में पैदा हुआ, लेकिन कभी वह सलाखों के पीछे नहीं भेजा गया।
सांसद पाल ने कहा कि पकड़ी में पुलिस का उत्पीड़न हुआ तो दोषी पुलिस कर्मी फौरन सस्पेंड हुए। मामले की जांच जारी है, दोष सिद्ध होने पर उनके खिलाफ और भी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि माता प्रसाद जी वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। उन्हें ऐसी सतही राजनीति से बचनी चाहिए।
बता दें कि 2 अप्रैल को पकड़ी बाजार में शोहरगढ़ थानें के एक दारोगा व सिपाही की ग्रामीणों पिटाई कर दी थी। इसके बाद 5 अप्रैल को पकड़ी बाजार में पुलिस ने भारी संख्या में पहुंच कर बहुत उत्पात मचाया था। ग्रामीणों की पिटाई व तोड़फोड़ की थी, आलाेचना करते हुए माता प्रसाद पांडेय ने योगी सरकार में कानून व्यवस्था को फेल बताया था।