सिद्धार्थनगर के युवा को मिला आर्यसमाजी से डिबेट का न्यौता।
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। दर्शन शास्त्र के सिद्धांत ‘अहम ब्रह्मास्मि’ का खंडन करने वाले आर्य समाज के प्रख्यात विद्धान महेंन्द्र पाल आर्य ने सिद्धार्थनगर के युवक रवीन्द्र पताप सिंह को शास्त्रार्थ की चुनौती दी है, जिसे रवीन्द्र स्वीकार कर लिया है।
मूल रूप् से ग्राम बेलवा थाना लोटन के निवासी रवीन्द्र मुख्यालय पर इंदिरानगर मुहलले में रहते हैं। उन्होंने बताया कि महेन्द्र पाल आर्य जी की चुनौती स्वीकार करते हुए वह 10 से 15 मार्च के बीच दिल्ली पहुंच कर शास्त्रार्थ करेंगे।
प्रदीप के मुताबिक आर्य समाजी गुरु महेन्द्र पाल का कहना है कि ‘अहम ब्रह्मास्मि’ का सिद्धांत सत्य नहीं हैं, जबकि उनका दावा है कि यह सिद्धांत पूरी तरह सत्य है। इसी मुदृदे पर वह आर्य गुरु से डिबेट करेंगे और अपना दावा साबित करेंगे।
बीस साल के प्रदीप सिंह का आर्यगुरु का आमंत्रण मिलने से उनके मुहल्ले में बेहद खुशी है। मुहल्ले के राकेश पांडेय, राघवेन्द्र सिंह, अमरेन्द्र त्रिपाठीख् राघवेस नारायण मिश्र, शक्ति सिंह, पवन मणि, आनंद श्रीवास्तव और रवीन्द्र सिंह के पिता आदित्य प्रताप सिंह ने उन्हें षुभकामनाएं दी हैं।