न्याय नहीं मिल सकता तो इच्छा मृत्यु की आज्ञा ही दे दें महामहिम राष्ट्रपति जी
हमीद खान
इटवा, सिद्धार्थनगर। इटवा का पुलिस और नागरिक प्रशासन मुझे न्याय से वंचित किये हुए है। जिससे मेरा परिवार बहुत तकलीफ में है। अन्याय की पीड़ा अब सहन नहीं। इसलिए अब इच्छा मृत्यु की आज्ञा प्रदान कर मुझ पर कृपा करें।
यह मार्मिक अपील इटवा कस्बा निवासी रमेंश कुमारने राश्ट्रपति को भेजे पत्र में की है। उन्होंने पत्र में पूरे घटना क्रम का हवाला दिया है। पत्र में रमेश कुमार पुत्र श्रीराम प्यारे ने बताया कि कस्बा में मेरी जमीन है। जिसका गाटा संख्या 840 है। इस पर माननीय उच्च न्यायलय में रिट संख्या 3510/ 2015 के माध्यम से यथा स्थिति बनाये रखने का आदेश दिया है।
इस बाबत प्रार्थी ने उपजिला अधिकारी, जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया कि बुधिराम पुत्र बाबूराम, राजेन्द्र, दुर्गा प्रसाद पुत्रगण बुधिराम तथा श्रीमती कैलासी देवी पत्नी बुधिराम को माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में अवैध निर्माण को रोकवा दिया जाये। परन्तु राजनीतिक दबाव के कारण कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
मैं और मेरा परिवार मानसिक रूप से थक चुका है। न्याय मिलने की आशा समाप्त हो चुकी है। इस लिये जीवित रहना बेमकसद है। घुट घुट कर मरने से बेहतर है। इसलिए इच्छा मृत्यु दी जाये।
रमेश ने गत 15 जनवरी को महामहिम राष्ट्रपति को भेजे पत्र की कापी प्रधानमंत्री, महामहिम राज्यपाल उ.प्र. तथा मुख्यमंत्री उ.प्र. को भी प्रेषित किया है।