मुस्लिम समाज की समस्याओं को घोषणापत्र में जगह दें सियासी पार्टियां- काजी इमरान
सग़ीर ए खाकसार
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर।महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर रफ़्तार वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम श्रृंखला चलो चले माज़ी की ओर के संयोजक इंजीनियर क़ाज़ी इमरान लतीफ़ ने “गांधी के देश मे मुस्लिम समाज कहाँ” शीर्षक से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सभी राजनैतिक दलों पर मुस्लिम समाज की अनदेखी का आरोप लगाया है।
उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र सभी पार्टियों के समक्ष मुस्लिम समाज की बेहतरी के लिए सात सूत्री मांगों जिसमें, आबादी के लिहाज से मुसलमानों की सियासत में भागीदारी,मदरसों का आधुनिकरण,रंगनाथ मिश्र और सच्चर कमेटी के सिफारिशों को लागू करना,मुस्लिम युवाओं के पलायन को रोकना,लव जिहाद और कथित गौ रक्षा के नाम पर मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकने आदि को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने का सभी राजनैतिक दलों से अपील भी किया है।।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए इंजीनियर क़ाज़ी इमरान लतीफ़ ने कहा कि चुनावी माहौल में जहां अधिकतर वर्ग अपने मुद्दों की तरफ पार्टियों का ध्यान आकृष्ट कराने में व्यस्त हैं वहीं देश की मुस्लिम आबादी के बुनियादी मुद्दों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसे में हमने फैसला लिया है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों के मुखिया और उनके नेताओ से मुलाक़ात करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वह हमारी मांगों को अपने घोषणा पत्र में स्थान दे और उनकी सत्ता आने पर उसे लागू करें।
इमरान लतीफ ने कहा कि एक मुहिम के तहत वह डुमरियागंज लोकसभा की जनता को उनके हक़ हुक़ूक़ के लिए जागरूक करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वह सभी दलों के नेताओं से हिसाब किताब सवाल जवाब करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंजीनियर क़ाज़ी इमरान लतीफ़ को मुस्लिम धर्मगुरुओं, मौलानाओं और चिंतकों का भी साथ मिला। इस दौरान इरफान मिर्ज़ा, नौशाद मलिक, शारिक मलिक, सैयद क़ाज़ी आसिफ, मोहम्मद अरीश, महशर चौधरी, लवकुश तिवारी, वहीद अहमद, आसिफ़ रिज़वी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।