जाली नोटों के पांच धंधेबाज गिरफ्तार, एक लाख के फर्जी नोट बरामद, काठमांडू में छिपा है गिरोह का सरगना
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिले में काफी दिन से जाली नोट का धंधा कर रहे पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से एक लाख रुपये के जाली नोट भी बरामद हुए हैं। गिरोह का सरगना फरार है। उसके काठमांडू में होने की आशंका है।
सिद्धार्थनगर थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्र, थानाध्यक्ष भवानीगंज और स्वाट टीम ने एक सूचना के आधार पर कल शाम बर्डपुर रोड के ग्राम महदेइया से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये लोगों में रईस अहमद ग्राम सिसहनियां, श्याम सुंदर यादव ग्राम बर्डपुर 13 और मुश्ताक अहमद ग्राम मोतीपुर थाना चिल्हिया, महमूद ग्राम पिपरा पठानडीह थाना मिश्रौलिया और महफूज ग्राम गनवरिया कातवाली कपिलवस्तु जिला सिद्धार्थनगर के निवासी हैं।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने आज यहां प्रेस कानफ्रेंस में बताया कि पुलिस टीम ने उन पांचो के पास से 1 हजार के 41 तथा पांच सौ के 118 नोट और पांच मोबाइल सेट भी बरामद किया है। एसपी ने पुलिस टीम को दस हजार रुपये इनाम दिया है। एसपी अजयके मुताबिक यह गिरोह अरसे से विभिन्न माध्यमों से जाली नोट का धंधा चला चला रहा था।
उन्होंने बताया कि जाली नोट पाकिस्तान से प्रिंट होकर बांग्लादेश के रास्ते वेस्ट बंगाल और वहां के मालदा जिले के माध्यम से नेपाल आता है। काठमांडू में इन्हें आधे दाम पर बेचा जाता है। फर्जी नोट चलाने वालों की संगठित टीमें इन्हें भारतीय क्षेत्र में चलाती हैं। पांचों को आईपीसी की धारा 489-बी के तहत जेल भेजा गया है। उन पर जल्द ही एनएसए भी लगाया जायेगा।
एटीएस की टीम पहुंची
सिद्धार्थनगर में एक लाख की जाली नोट बरामद होने की खबर सुन कर लखनउ से तत्काल एटीएस की टीम भी पहुंच गई। एसपी के मुताबिक एटीएस टीम ने आठ घंटे तक उनसे पूछ ताछ की है। उम्मीद है कि वह किसी बड़े नतीजे पर पहुंचेगी।
हाल में बढ़ा जाली नोटों का धंधा
पिछले कुछ दिनों से धीमे चल रहे जाली नोटों के धंधे में इधर काफी तेजी दिख रही है। पिछले एक महीने में एसबीआई और केनरा बैक की सदर शाखा में लगभग 70 हजार के नोट बरामद हुए हैं। निजी क्षेत्र में कितना धंधा किये होंगे, इसका अनुमान ही लगाया जा सकता है।
काठमांडू में है गिराह का सरगना
खबर है कि पकड़े गये पांचों व्यक्ति जिस व्यक्ति से जाली नोट प्राप्त करते थे, वह इस वक्त काठमांडू में बैठा हुआ है। एसपी ने हालांकि उसके बारे में तफसील नहीं दी, लेकिन अनुमान है कि वह मुकामी क्षेत्र का ही निवासी है। पुलिस उस पर निगाह रखे हुए है। अगर वह लौटा तो पुलिस के शिकंजे में होगा।