धनतेरसः स्पेशल वस्तुओं की खरीददारी से होंगे आप मालामाल
संजीव श्रीवास्तव
दीपावली में बाजारों की असली रौनक कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी जो धनतेरस के नाम से जानी जाती है से शुरू होती है। सिद्धार्थनगर के प्रमुख बाजार धनतेरस को लेकर सज चुके हैं। सिद्धार्थनगर के पंडित सुधीर पांडेय के मुताबिक धनतेरस पर कुछ स्पेशल वस्तुओं की खरीददारी से किस्मत बदल सकती है। जानिए वे वस्तुएं कौन सी हैं।
– धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदें दीपावली की रात लक्ष्मी जी के सामने साबुत धनिया रखें दें। अगले दिन प्रातः साबुत धनिए को गमले में बो दें। ऐसी मान्यता है कि अगर साबुत धनिए से हरा.भरा स्वस्थ पौधा निकले तो आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। अगर पौधा पतला है तो सामान्य आय होती है। पीला व बीमार पौधा निकले या पौधा नहीं निकले है तो आर्थिक परेशानियां आती हैं।
– धनतेरस के दिन लक्ष्मी.गणेश की मूर्ति सोने.चांदी के सिक्के आदि खरीदने की परंपरा है। इससे घर में धन और अन्न की कमी नहीं होती। चांदी चंद्रमा का प्रतीक होता है और इससे घर में शीतलता आती है।
– रुद्राक्ष की माला अवश्य खरीदें।
– धनतेरस के दिन कौड़ी खरीद कर घर लाएं और अटूट धन प्राप्ति हेतु दीपावली की रात्रि महालक्ष्मी की पूजन कर केसर से रंगी कौड़ियां समर्पित कर पीले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।
– गणेश और मां लक्ष्मी का एक साथ पूजन करें। धन संबंधित समस्याओं का निवारण होगा।
–धनतेरस और दीपावली के दिन नमक का पैकेट खरीद कर घर लाएं और उसे खाना बनाने में उपयोग करें इससे सारा साल लक्ष्मी कृपा बनी रहती है। दीपावली के रोज नमक के पानी का पौंछा लगाने से गरीबी दूर होती है।
–शंख को गंगाजलए गोघृत कच्चा दूध मधु गुड़ आदि से अभिषेक करके अपने पूजा स्थल में लाल कपड़े के आसन पर स्थापित कर लीजिए। फिर दिवाली पूजन करें इससे लक्ष्मी का चिर स्थायी वास बना रहेगा।
– लक्ष्मी जी का श्रीयंत्र घर में आर्थिक उन्नति और भौतिक सुख.संपदा लेकर आता है। इससे बेहतर कोई यंत्र नहीं है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने और व्यापार वृद्धि के लिए श्रीयंत्र सर्वश्रेष्ठ है। श्रीयंत्र आर्थिक ऋण से मुक्ति दिलाता है और साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी करता है।