जांच–पड़तालः आखिरी वक्त में सपा के विजय रथ के सामने बाधा बन गया वोटों का ध्रुवीकरण
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले की पांच सीटों पर हुए मतदान के बाद रूझान अब लगभग स्पष्ट होने लगा है। इन सीटों पर आखिरी वक्त में हुए वोटों के ध्रुवीकरण ने समाजवादी पार्टी के विजयी चाल में बाधा खड़ कर दिया है और भाजपा ने पूरे जिले में लड़ाई को जबरदस्त ढंग से त्रिकोण बना दिया है। हलांकि कि चुनाव से पहले भाजपा को लड़ाई में पीछे माना चा रहा था।
खबर है कि चुनाव के अखिरी चरण में मतदान से २४ घंटे पूर्व वोटरों की मासिकता में जबरदस्त बदलाव आया। अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मत अपने अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के पक्ष में लामबंद होने लगे। मुसलमानों ने जहां शोहरतगढ़, इटवा और डुमरियागंज में बसपा के मुस्लिम उम्मीदवारों को तरजी दिया, वहीं नौगढ़ और बासी में बसपा के कजोर होने से सपा के पीछे लामबंद हुए।
इसका नतीजा यह हुआ कि पिछड़ा वर्ग के मतदाता तेजी से भाजपा उम्मीदवारों के पीछे एकजुट हुए। मतदान की सुबह यह प्रकिया भाजपा के पक्ष में और तेज हुई, जिसका नतीजा यह रहा कि भाजपा अचानक सभी सीटों पर बेहद मजबूत दिखने लगी। यहां तक कि इटवा में यूपी स्पीकर माता प्रसाद पांडेय के ब्राहमण मतदाता वर्ग में भाजपा प्रत्याशी ने बड़ी सेधमारी कर दी।
सूत्र बताते हैं कि अंतिम दिन के धु्वीकरण से सपा प्रत्याशियों को बहुत नुसान हुआ। इसकारण तीनों प्रतिद्धंदी दलों को बीच चुनाव में बराबर की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी कांटे की हुई कि हार जीत का अनुमान बेहद कठिन हो गया। जानकार बताते हैं कि इस ध्रुवीकरण का असर डुमरियागंज, इटवा और शोहरतगढ़ में सपा उम्मीदवारों पर ज्यादा असर पड़ा है। कपिलवस्तु और बांसी में भी सपा इससे अछूती नहीं है। लिहाजा पाठक रोचक चुनाव परिणाम की उम्मीद तो कर ही सकते हैं।