दिल्ली मर्डर मिस्ट्रीः दिलशाद की हत्या से उठे महत्वपूर्ण सवाल, बेमतलब नहीं होता किसी का कत्ल
गिरफ्तार किये गये आठों लड़के आखिर क्यों बंद रख रहे अपनी जुबान, दिलशाद के पिता
बता रहे पहचान की गलती से उनका बेटा मारा गया, दोनों हालात यकीन के काबिल नहीं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भवानीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बिथरिया टोला नौडिहवा गांव निवासी 20 वर्षीय दिलशाद की दिल्ली के संगम विहार इलाके में शनिवार को कुछ लोगों द्वारा हत्या कर दी गई। दिलशाद की हत्या की जानकारी होने पर गांव में सन्नाटा फैल गया। हर कोई यही कह रहा है, कि वह एक शरीफ लड़का था। उसकी हत्या से पूरा गांव स्तब्ध है और हत्या को लेकर तरह तरह की कयासबाजियां जारी हैं।
शनिवार सायं दिलशाद की हत्या के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आठ नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया। 18 साल से नीचे की उम्र वाले यह लड़के पकड़े जाने के बाद भी हत्या की वजह नहीं बता रहे हैं। वहीं मृतक दिलशाद के पिता अख्तर का कहना है कि उनके बेटे से किसी की कोई दुश्मनी नहीं थी। संभवतः पकड़े गये लड़के किसी और को मारने आये थे, मगर पहचान में गलती के कारण उनके बेटे को मार डाला। लेकिन पकड़े ये लड़कों की खामोशी और अख्तर के पिता के बयान के आधार पर लोंगों को कत्ल की कहानी समझ में नहीं आ रही है।
क्षेत्र में इस बात की चर्चा है कि अभियुक्त और पीड़ित पक्ष दोनों ही कत्ल की असली कहानी को छुपा रहे हैं। लोगों का तर्क है कि ऐसा लगता नहीं कि पकड़े गये सभी आठों किशोर भाड़े के हत्यारे होंगे और जिसे मारने आये हों उसे न पहचान पायें। आठ लोगों में से एक दो से गलती हो सकती है, सबसे नहीं। मरने मारने वाले सभी लड़कपन से जवान होने के बीच थे। ऐसे में लगता यही है कि मृतक और कातिल पक्ष में कोई भयानक रंजिश थी। यह रंजिश लड़की को लेकर भी हो सकती है। अथवा इगों को ठेस पहुचाने वाली कोई अन्य बात भी संभव है। बहरहाल मामला क्या है, इसका पता जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
पता चला है कि दोनो पक्षा के परिवारों में युवा लड़कियां थीं। लोगों का अनुमान है कि किसी पक्ष की ल़ड़की से छेड़छाड़ हुई हो और मामला यहां तक पहंच गया हो। इसके अलावा प्रेम संबधों को लेकर भी हत्या की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि पकड़े गये लड़के कम उम्र के हैं वह पेशेवर हत्यारे नहीं हो सकते। सभी इस कत्ल में कहीं न कहीं लड़की का एंगिल जरूर मान रहे हैं।
बताते चलें कि भवानीगंज थाना क्षेत्र के बिथरिया गांव के टोला नौडिहिवा निवासी मृतक दिलशाद के पड़ोसी मोहम्मद तारिक, रईस, अकबाल आदि ने बताया कि हमारे गांव नवडि़हवा निवासी अख्तर अपने बीबी व तीन बेटे शमशाद, नौशाद, दिलशाद तथा एक बेटी रानी के साथ दिल्ली के संगम विहार इलाके के गली नंबर 12 जी ब्लॉक में पिछले 35 वर्षों से रहते हैं, वह सब त्यौहार अथवा किसी शादी विवाह आदि कार्यक्रम होने पर गांव आते हैं। दिलशाद का दिल्ली के संगम विहार इलाके के गली नंबर नौ में कुछ नाबालिगों के द्वारा शनिवार शाम को चाकुओं से हमला कर हत्या कर दी गई। गांव के जबीउल्लाह ने बताया कि दिलशाद बहुत ही अच्छा व मिलनसार लड़का था। गांव आने के बाद सबसे प्यार से मिलता था। उसकी हत्या की सूचना ने सबको झकझोर दिया है। गांव में हर तरफ दिलशाद की हत्या की चर्चा हो रही है।