दिव्यांग बच्चों में अक्षमता एक, क्षमताएं अनेक- श्यामधनी राही
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर आयोजित जनपद स्तरीय विशिष्ट बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में शामिल दिव्यांग बच्चों के कला और हुनर का प्रदर्शन देख लोगों ने खूब तालियां बजाई। जिला स्टेडियम में आयोजित क्रीड़ा प्रतियोगिता का आगाज जलेबी कूद से हुआ जिसमें उस्का ब्लॉक के संदेश एवं कृष्णा ने क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय तथा जोगिया के आनंद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए सदर विधायक श्यामधनी राही ने दिव्यांग जन एवं बच्चों के लिए सरकार द्वारा संचालित विभिन्न छात्रवृत्तियों, उपकरण वितरण तथा दिव्यांगों के पुनर्स्थापन हेतु संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए अभिभावकों को इनका लाभ लेने हेतु अभिप्रेरित किया। विधायक ने कहा कि किसी दिव्यांग बच्चे में अक्षमता एक किंतु क्षमताएं अनेक हो सकती हैं, जिन्हें पहचान कर ऐसे बच्चों को पढ़ने बढ़ने का मौका देना हम सबका नैतिक दायित्व है। उन्होंने विजेता बच्चों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महेंद्र प्रसाद, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा विनोद कुमार मिश्रा, जिला ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव तथा जिला क्रीड़ा अधिकारी आशुतोष अग्निहोत्री ने दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए अभिभावकों को इन्हें पढ़ने बढ़ने का भरपूर अवसर देने हेतु अभिप्रेरित किया गया।
नियाज़ कपिलवस्तुवी के संचालन में संपन्न कार्यक्रम में बीईओ नौगढ़ धर्मेन्द्र कुमार पाल, बीईओ बर्डपुर अरूण कुमार जिला व्यायाम शिक्षक उपेन्द्रनाथ उपाध्याय, सत्येंद्र गुप्ता, शिक्षक नेता हरिशंकर सिंह, स्पेशल टीचर राकेश चौधरी, चित्ररेखा मिश्रा, सुषमा मिश्रा, अमिता शुक्ला, खुर्शीद अहमद, सुनील कुमार एवं शांति यादव सहित बड़ी संख्या में बच्चों, अभिभावकों एवं दर्शकों की उपस्थिति रही।
खेल और विजेता खिलाडी
रस्साकशी बालिका वर्ग में कांटे की टक्कर के बाद सोनी, अफीफा, ममता, आफरीन, रोशनी, नन्दनी एवं गुड़िया की टीम ने बाजी मारी। बालक वर्ग रस्साकशी में आनंद, कान्हा, अंकित, संदेश, सलाहुद्दीन, विजय एवं जयराम की टीम ने विजयश्री प्राप्त की। बालकों की ट्राईसाईकिल दौड़ मुख्य आकर्षण का केंद्र रही जिसमें उस्का ब्लॉक के राजदेव, गौतम एवं सरस्वतीचन्द्र ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। सामान्य दौड़ एवं कुर्सी दौड़ की प्रतियोगिताओं में भी दिव्यांग बच्चों का उत्साह एवं हौसला प्रशंसनीय रहा।