सेक्युलर दल मुसलमानों से वोट लेते हैं और एजेंडा अपना चलाते हैं- डा. अयूब
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। पीस पार्टी के अध्यक्ष डा. अयूब ने कहा है कि सेक्युर पार्टियां मुसलमानों का वोट तो लेती है और एजेंडा अपना चलाती हैं। मुसलमान उनके एजेंडे से बाहर हैं। फिर यह भी कहा कि दो मुस्लिम रहनुमाओं के कारण उनका किसी दल से गठबंधन नहीं नहीं हो सका।
जिले के शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय स्थित खुनुआ बाई पास पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कल कहा कि वो हमेशा सेकुलर दलों से गठबंधन के हामी रहे, लेकिन दो मुस्लिम रहनुमाओं अरशद मदनी व महमूद मदनी ने साजिश कर इसे कामयाब नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि जो कौम अपना इतिहास भूल जाती है, उसे जमाना भी भुला देता है।
उन्होंने कहा कि अगर यह गठबंधन हो जाता तो पीस पार्टी के दम पर ही लोकसभा की बीस सीटें जीतने में कामयाब होते आपका रूतबा बढ़ता, आपके वोट की कीमत सभी के समझ में आ जाती । वर्तमान राजनीती में मुसलमानों की स्थित पर उन्होंने कहा कि आप जिस पार्टी को चुनते हैं वह पार्टी सत्ता में आने के बाद अपना एजेंडा चलाती है आपका एजेंडा नहीं, इसलिए दोस्तों पीस पार्टी के मिशन को समझने की कोशिश कीजिये।
उन्होंने सपा व बसपा के चार चार बार सत्ता में रहने का हवाला देते हुए सवाल किया कि इन सबने मुसलामानों के लिए क्या किया? कहाँ और किसको नौकरी मिली? आरक्षण पर कोई काम नहीं किया। डा. अयूब ने कहां, याद रखिए अगर आपके वोट से एक जालिम को कयादत मिलती है तो आप भी गुनाह में उतने ही हिस्सेदार हैं। लिहाजा यह मौका है आपके पास, घर छोड़ कर निकल जाईये और मिशन पर लग जाएं। क्योंकि यह बेहतरीन काम है, आपके वोट से मुसलमानों को हक़ मिलेगा।
मीटिंग को सबसे पहले राष्ट्रीय सचिव सय्यद रशीद उमर मदनी ने खिताब करते हुवे कार्यकर्ताओं को एक और नेक बनकर ईमानदारी से आगे बढ़ते हुए पार्टी प्रत्याशी की जीत को लेकर उत्साह बढ़ाया। इसी क्रम में मसरूर साहब ने कार्यकर्ताओं को मजबूत होकर अपने हक़ की आवाज़ को बुलंद कर शासन में अपनी हिस्सेदारी तय करें और मुसलमानों को आरक्षण सहित सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा की सिफारिशों को लागू करने की बात कही।
इससे पहले शाबिर अली प्रदेश महासचिव, रईस कुरैशी, भूरे निडोरी, रियाज़ अहमद आदि ने खिताब किया। इस दौरान मोहम्मद इमरान , सलाम भाई , रशीद , ओबैद खानअसदुल्लाह,शाह आलम, डॉ सऊद, सर्वर अली, जमील, फ़ारूक़ सेठ , अज़ीम , अब्दुर रहमान के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।