डुमरियागंज में फिर मूर्ति टूटने की घटना, सावधान! अमन चैन को खराब कर रहे अराजक तत्व
डुमरियागंजः फिर टूटी एक गांव में मूर्ति, आखिर कौन खराब करने पर तुला है इलाके का अमन चैन?
पुलिस की एक चूक से मंदिर तिराह कांड की पुनरावृत्ति की आंशंका, पुलिस की चौकसी बेहद जरूरी
नजीर मलिक
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। अभी डुमरियागंज थाना क्षेत्र के तेतरी गांव में समय स्थान पर स्थापित एक मूर्ति को तोड़ने का मामला ठंढा भी नहीं पड़ा था कि भवानीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम अहिरौला में भी गांव के बाहर स्थापित एक मूर्ति को तोड़ने को लेकर नया बवाल सामने आ गया। जिससे ग्रामीण तरह तरह की आशंकाएं व्यक्त कर रहे हैं।
यहां एक दैनिक अखबार में छपी खबर के मुताबिक बीती रात 9.45 बजे किसी ने भवानीगंज थाने पर खबर दी गांव से बाहर पूर्वी छोर पर स्थापित एक मूर्ति तोड़ दी गई है। सूचना पाकर थानाध्यक्ष मय फोर्स मौके पर पहूंचे तो वहां ग्रामीणों का तांता लगा हुआ था। लोग तरह तरह की आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे। इस बारे में थानाध्यक्ष अंजनी राय का कहना है कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। दोषियों को शीध्र तलाश कर उसे दंडित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व ग्राम तेतरी में समय माता स्थान पर रखी मूर्ति तोड़ने और प्रतिरोध करने पर मारने पीटने मामला सामने आया था। यहीं नहीं मतगणना के दिन शाम को डुमरिगंज में सपा की जीत पर नारे लगा रहे लोगों पर राष्ट्र विशेष के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोप को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक और सपा की नवनिर्वाचित विधायक में आरोप प्रत्यारोप चला। इसे लेकर भी मामला साम्प्रदायिक बनाने की कोशिश की गई। बता दें कि वर्ष 1980 दशक में इसी प्रकार की घटना में एक छोटी चूक के चलते वहां एक राजनीतिक दल के अड़ियल रवैये पर पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी जिसमें मंदिर तिराहे पर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसलिए पुलिस का अपेक्षा कृत ज्यादा सावधन रहने की जरूरत है। ताकि समाजविरोधी तत्वों की साजिश कामयाब न हो सके।
ज्ञात रहे कि चुनाव बाद से विधानसभा क्षेत्र में जिस प्रकार से साम्प्रदायिक विवाद सामने आ रहे है उसे देख कर कहा जा सकता है कि इस इलाके को अराजक तत्वों की नजर लग गई है। उनके द्धारा फेंकी गई एक छोटी सी चिंगारी से आग उत्पन्न कर वोटों के कतिपय सौदागर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। पुलिस को चाहिए कि वह ऐसे सभी मामलों की त्वरित जांच कर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, वरना सियासी भेडिये इस इलाके की अमन शान्ति को निगलने में कामयाब हो जाएंगे।