डीएम की संस्तुति पर शराब का सेवन करने वाले डीपिओ हुए निलंबित
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र को दायित्वों के प्रति उदासीन रहने और ड्यूटी करने की बजाय शराब का सेवन करने से सरकार ने कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है। निलंबन की अवधि में डीपीओ को लखनऊ स्थित निदेशालय से संबद्ध किया गया है। यह कर्रवाई जिलाधिकारी डा. राजागणपति आर की संस्तुति पर की गई है। सीडीपीओ डुमरियागंज को डीपीओ का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।
यह है पूरा मामला
जिले में पोषण अभियान के तहत जिला और ब्लॉक कोर्डिनेटर के पदों पर चयन होना था। 22 नवंबर को डीपीओ ने इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थियों को विकास भवन बुलाया था। इंटरव्यू के लिए बताई गई जगह पर अभ्यर्थी लगातार पहुंच रहे थे, लेकिन डीपीओ यहां नहीं मिल रहे थे। इसकी शिकायत जब अफसरों तक पहुंची। जिलाधिकारी डॉ.राजा गणपति आर ने डीपीओ की कार्यप्रणाली की जांच सीडीओ जयेंद्र कुमार से कराई।
सीडीओ की जांच में डीपीओ अपने घर पर शराब के नशे में पाए गए। डीएम के आदेश पर डीपीओ का मेडिकल चेकअप कराया। जांच में पता चला कि डीपीओ ने शराब पी रखी थी। सीडीओ की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिलाधिकारी डॉ.राजा गणपति आर ने शासन को पत्र भेजकर डीपीओ के निलंबन की संस्तुति की, जिससे शासन की ओर से निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया।
सीडीओ द्वारा भेजे गए पत्र में बताया गया है कि डीपीओ ने नौकरी की इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया था, लेकिन वह खुद ही नशे में मिले। इसके अलावा डीपीओ पर स्वेच्छाचारी आचरण, अनुशासनहीनता शासकीय दायित्वों के प्रति उदासीनता समेत अरुचि, अकुशलतम एवं प्रशासनिक अनुभवहीनता, अधीनस्थों पर शिथिल नियंत्रण जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की प्रमुख सचिव की ओर से जारी पत्र में जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र को 18 दिसंबर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
निलंबित होने वालों में दूसरे डीपीओ
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में जनपद में एक वर्ष के भीतर धर्मेन्द्र कुमार मिश्र दूसरे जिला कार्यक्रम अधिकारी हैं। इससे पहले अक्तूबर 2023 को सेवानिवृत्ति तिथि के एक सप्ताह पहले डीपीओ रही शुभांगी कुलकर्णी भी निलंबित की गई थी। उनके निलंबन के चार माह बाद धर्मेन्द्र मिश्र की तैनाती नए डीपीओ के रूप में हुई थी। सीडीपीओ डुमरियागंज को डीपीओ का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने बताया, डीपीओ की कार्यशैली व व्यवहार के संबंध में शासन को पत्र भेजा गया था। इस पर शासन ने इन्हें निलंबित कर दिया है।