तीन दर्दनाक मौतः पति शैलेश को कहा गया “गुडबाय” किरन का आखिरी सलाम साबित हुआ
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नाग पंचमी का त्योहार मनाने मां के घर आ रही किरन गिरि ने आखिरी बार मुंबई में रह रहे अपने पति शैलेश से मायके ग्राम तरहर जाने की बात कहते हुए गुडबाय कहा था, मगर यही गुडबाय उसकी जिंदगी का अंतिम लफ्ज बन गया। बाइक और बस की टक्कर में सिर्फ किरन ने ही जान नहीं गंवाई बल्कि उसकी 4 साल की बच्ची की भी जान चली गई साथ ही उसके गर्भ में पल रहे आठ माह के गर्भस्थ शिशु को भी दुनियां देखने के पहले ही दूसरी दुनियां में जाना पड़ गया।
किरन का भाई प्रदीप गिरि अपनी बहन को विदा कराने आया था। युवतियां अक्सर सावन और नागपंचमी का त्यौहार अपने मायके ही मनाती है। इसी परम्परा के तहत शक्रवार को सुबह 25 वर्षीया किरन भी हंसी खुशी से अपनी बेटी को लेकर भाई के साथ ससुराल से मायके जा रही थी। मगर विधाता ने कुछ और ही सोच रखा था। अभी वे लोग डुमरियांगज कस्बे के इटवा रोड पर पहुचे ही थे कि बस्ती की तरफ से आ रही एक बस ने उनकी बाइक को टक्कर मार दिया। हादसे में किरन और उसकी चाार साल की मासूम बेटी सिद्धि के साथ ही गर्भ में पल रहे 8 माह के शिशु की भी दर्दनाक मौत हो गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक किरन का पेट फटने से उसके गर्भ में पल रहा आठ माह का शिशु बाहर आ गया था।
गर्भवती बहन और भांजे को ससुराल से अपने घर ला रहे प्रदीप गिरि को शायद यह नहीं मालूम था कि उसके बहन द्वारा पंचमी का त्योहार उसके घर मनाने की खुशी रास्ते में ही, जिंदगी में कभी ना भूलने वाले गम में तब्दील हो जाएगी। प्राइवेट बस द्वारा बहन किरन और भांजी को कुचलने से लाश क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसे देखकर प्रदीप सदमे में आ गया था। वह दहाड़े मारकर रो रहा था। बार-बार यही कहता कि वह अपने जीजा शैलेश से क्या कहेगा। वह कभी चिल्लाता तो कभी रोता रहा। उसके शरीर में लगे चोट की उसे कोई परवाह नहीं थी। उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ती देख पुलिस उसे एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया था। किरन एक ठीक ठाक परिवार से थी। पति शैलेष मुम्बई कारोबार से कमाता था और पूरा परिवार आराम से था। किरन अपने बच्चों को लेकर भविष्य के सपने बुनती रहती थी। अब इस दर्दनाक घटना पर लोग बाग कह रहे हैं कि किसे पता था कि किरन का अपने पति को कहा गया चार अक्षरों का शब्द “गुडबाय” पति पत्नी के बीच अंतिम गुडबाय साबित होगा।
इस संबंध में डुमरियागंज प्रभारी निरीक्षक रमेश यादव ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अज्ञात बस को चालक सहित जल्द ही पकड़ने की कार्रवाई की जा रही हैं। जबकि अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुगंध अग्रहरि ने आरोप लगाया है कि कहा कि डुमरियागंज में शुक्रवार को जिस जगह हादसा हुआ है, उस जगह के आसपास बिल्डिंग मटेरियल के दुकानदारों ने रोड पटरी के साथ ही सड़क के किनारे तक पूरी तरह से अतिक्रमण कर रखा है। इतना ही नहीं बिल्डिंग मेटेरियल के अलावा ट्रैक्टर ट्राली भी हमेशा खड़ी किए रहते हैं। करीब 6 माह पूर्व भी इसी कारण एक युवक की हादसे में मौत हो गई थी।