इटवा में मनचलों के आतंक से लड़कियों का कालेज जा पाना दूभर, चेतक मोबाइल का कहीं पता नहीं
हमीद खान
सिद्धार्थनगर के इटवा तहसील हेडक्वार्टर पर मनचलों के आतंक की वजह से बिस्कोहर रोड पर बने इंटर और डिग्री कालेज में पड़ने के लिए लड़कियों का जा पाना बेहद मुश्किल हो रहा हैं। लड़कियों के गार्जियन इससे बहुत दुखी हैं हैरत है कि इसके खिलाफ पुलिस विभाग ने चेतक मोबाइल दस्ता बनाया था, लेकिन वह दस्ता भी नजर नहीं आ रहा है।
बिस्कोहर मार्ग स्थित कन्या इंटर कालेज व डिग्री कालेजों के आस-पास सुबह होते ही मनचलों का जमावड़ा लग जाता हैं। रास्ते में कहीं खड़े होकर यह मनचले स्कूल जाने वाली छात्राओं पर अक्सर छींटाकशी करते हैं। मगर हैरत है कि प्रशासन सब कुछ जान कर खामोश हैं। लड़कियां भी सब कुछ सहने को मजबूर हैं।
कई बार तो यह शोहदे छात्राओं के घर से और शाम को स्कूल से निकलते ही उनके पीछे लग जाते हैं। छात्राएं संकोच वश अपने परिजनों से शिकायत करने से कतराती हैं। क्योंकि पुलिस सुरक्षा की एममीद नहीं होने पर अभिभावक भी उन्हें सब कुछ सहने की राय देते हैं। इस तरह इन मनचलों द्वारा ढाए जा रहे जुल्म को सहना उनकी मजबूरी बन गई है।
इन पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कुछ दिनों पहले चेतक मोबाइल टीम का गठन किया था। लेकिन ये मोबाइल टीमंे इन मनचलों पर लगाम लगाने में नाकाम हैं। इससे लड़कियों में खौफ कुछ अधिक ही है। उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है।
एक बालिका के गार्जियन का कहना है कि पुलिस में शिकायत का कोई असर नहीं होता, इसलिए वह अपनी बच्चियों को सब कुछ सुन कर भी शांति से घर आने को कहते हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस इस तरफ ध्यान दे तो लड़कियों में भय और असुरक्षा के माहौल से दूर रह कर पढ़ाई कर सकेंगी।
7:25 PM
S.o. itwa ko fauran action lena chahiye kyunki ye koi aam baat nahi.
10:41 PM
शहजादा भाई हो सकता है अब थाना इंचार्ज कुछ एक्शन लें