सियासी कयासः पूर्वी यूपी की हर सीट पर अखिलेश को टक्कर देने के लिए शिवपाल की रणनीति

September 18, 2018 3:29 PM0 commentsViews: 1126
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— शिवपाल ने पूर्वी यूपी पर गड़ाई नजर, लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन शुरू 

 नजीर मलिक

 

लोकसभा के चुनाव सर पर हैं। सियासी दल अपनी गाटें बिछाने में व्यस्त हैं। इसी बीच अखिलेश यादव तलाक बोल कर शिवपाल यादव ने अपना अलग सियासी संगठन ही नही बनाया, वरन उत्तप्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लडने की घोषणा कर सपा के माथे पर पसीना ला दिया है। खबर है कि सपा में जैसे ही टिकट की प्रकिया शुरू होगी, अच्छे खासे असंतुष्ट समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का दामन थाम सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा ऐसे लोगों से सम्पर्क बनाये हुए है।

यूपी की सभी 80 सीटों पर लड़ेगा सेक्यूलर मोर्चा

 समाजवादी पार्टी से जुदाई के बाद सेक्युलर मोर्चा के गठन से सबसे ज्यादा बेचैनी सपा में है। इधर शिवपाल यादव ने यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान करके उसकी नींदें छीन लीं हैं।  ऐसी हालत में  में सपा टूट की आशंका बनी हुई है । सूत्रों का यहा भी कहना है कि पूर्वांचल की कई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम नगभग तय किये जा सकते हैं। हालांकि अभी रणनीति के तहत उनके नाम का एलान नहीं किया जा रहा है। शिवपाल की इस रणनीति पर सपा के साथ  भापा भी बड़े करीब से आंखें गड़ाये हुए है। उसके आशंका है कि मार्चा की रणनीति कहीं बीजेपी के खिलाफ न बन रह हो।

फिलहाल समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा ने लोकसभा चुनाव के लिए पूर्वांचल में विभिन्न सीटों पर उम्मीदवारों की तलाश कर दी है। सेक्यूलर मोर्चा के रएनीतिकारों को मानना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुकाबले पूर्वी यूपी में मोर्चा कुछ कमजोर दिखाता है। इसलिए यहां पहले से ही तैयारी जरूरी है। ऐसे में यह देखना गौरतलब होगा कि सेक्यूलर मार्चा पूर्वांचल में कहा किस पर दांव लगाने जा रहा है।

कमाल युसुफ मलिक डुमरियागंज से लड़ेंगे चुनाव?

 पूर्वी उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक मुस्लिम मतदाता वाली डुमरियागंज लोकसभा सीट पर शिवपाल यादव क्षे़ से 5 बार विधायक व दो बार मंत्री रहे कमाल युसुफ मलिक पर दांव लगाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इअसके लिए कमाल यूसुफ को हरी ढंडी भी दे दी है। अब यह कमाल यूसुफ पर है कि वह खुद लड़ेंगे या किसी और को लड़ायेंगे।

बता दें कि कमाल यूसुफ  मुलायम सिंह के साथ्र शिवपाल यादव के भी बहुत करीब रहे हैं। वह पार्टी पर कब्जे के लिए शक्ति परीक्षण के दौरान उन 18 विधायकों में शामिल थे जो अखिलेश की बैठक में न जाकर मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह की बैठक में गये थे। कमाल यूसुफ यहां सपा का समीकरण बिगाड़ने के लिए सक्षम माने जा रहे हैं।

 मिर्जापुर से जय सिंह का चुनाव लड़ना तकरीबन पक्का

 वहीं शिवपाल यादव के सबसे बड़े करीबी मिर्जापुर के लालगंज के  पूर्व ब्लॉक प्रमुख  और समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जय सिंह का मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से अगला  चुनाव लड़ना तकरीबन पक्का माना जा रहा है। सपा में जय सिंह शिवपाल यादव के काफी करीबी माने जाते रहे हैं।  उन्होंने अपने आसपास के जिलों में समाजवादी पार्टी से निराश और नाराज नेताओं से सम्पर्क करना भी शुरू कर दिया है।

इस बारे में खुद जय सिंह का कहना है कि हम सभी को नेता जी का आशीर्वाद प्राप्त है, जो भी शिवपाल जी का निर्देश मिलेगा, हम सभी उसे पूरा करने को तैयार हैं। बता दें कि जय सिंह का लालगंज सहित जिले के छानवे, मड़िहान इलाको में अच्छा खासा प्रभाव है।

गाजीपुर से शादाब फातिमा, मऊ से गुड्डू यादव दे सकते हैं सपा को चुनौती 

 शादाब फातिमा गाजीपुर की जहूराबाद सीट से विधायक रह चुकी हैं और शिवपाल यादव की बेहद करीबी हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में गाजीपुर लोकसभा सीट से इनकी दावेदारी बेहद मजबूत है। शादाब फातिमा यूपी नहीं देश की उन पांच महिलाओं में शुमार की जा सकती हैं जो भाषण कला में अच्छों अच्छों के छक्के छुड़ा सकती हैं। फिलहाल वो गाजीपुर से शिवपाल यादव की पहली पसंद हैं। यकीनन वह चुनाव को पूरी ताकत से लड़ने में सक्षम हैं।

गुड्डू प्रकाश यादव पूर्व ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं और वर्तमान में इनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं। विधानसभा चुनाव 2017 के समय शिवपाल और अखिलेश यादव के झगड़े के बाद इन्हें सपा से निष्काषित कर दिया गया था। समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के गठन के बाद इनका मऊ लोकसभा सीट से दावा मजबूत हुआ है। वर्तमान में वह शिवपाल यादव के साथ मजबूती से खड़े नजर आ रहे हैं।

मलिक मसूद लड़ सकते हैं आजमगढ़ लोकसभा सीट से

सगड़ी के पूर्व विधायक मलिक मसूद मजबूती के साथ शिवपाल यादव के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। अभिषेक सिंह आंशू को शिवपाल की पार्टी में अहम जिम्मेवारी मिलने के बाद आजमगढ़ लोकसभा सीट से मलिक मसूद का दावा मजबूत हुआ है। जब उनसे इस संबंध में पूछा गया तो साफ कहा कि अपने परिवार में अगर कोई मर्द है तो शिवपाल हैं। वे जो कहते है उसे करने में विश्वास रखते हैं। उनसे मेरा अच्छा संबंध हैं। अगर वे मुझे बुलाते हैं तो मैं जरूर उनके साथ जाउंगा। मलिक मसूद के मैदान में आने से सपा का गणित बिगड़ सकता है।

कौशांबी से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार पर मोर्चा के साथ जाने को तैयार?

पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को शिवपाल यादव का बेहद खास माना जाता है, हालांकि शैलेंद्र की ओर से अब तक ऐसा कोई बयान नहीं आया है, इसके अलावा जिले मे सपा के कई पूर्व अध्यक्ष भी शिवपाल के साथ जाने को बेताब हैं, यह वही जिलाध्यक्ष है, जिन्हें अखिलेश यादव की नीतियों से पहरेज है। फिलहाल जिले मे अभी तक किसी भी समाजवादी नेता व पदाधिकारी ने शिवपाल के मोर्चे मे जाने संबंधी कोई बयान नहीं जारी किया है, मगर इस बात की चर्चा जोरों पर है शैलेंद्र कुमार शिवपाल यादव की पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा से कौशांबी से आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी हो सकते हैं।

 

 

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