आज सलमान खान को कोई डेढ़ लाख में नहीं पूछ रहा, जबकि पिछले साल 2 लाख में बिके थे शाहरुख
ककरहवा बकरा मंडी में आकर्षण का केन्द्र बना सलमान खान नामक बकरा, नेपाल से बकरा खरीदारी के लिए आ रहे हैं नेपाली मुस्लिम
निज़ाम जिलानी
ककरहवा, सिद्धार्थनगर। कुर्बानी के मौके पर बिकने के लिए सज धज कर खड़े सलमान खान की कीमत ढेढ़ लाख रखी गई है, मगर उन्हें कोई खरीदने के लिए तैयार नहीं है, जबकि गत वर्ष इसी मौके पर बिकने के लिए आये शाहरुख खान 2 लाख रुपये में आराम से बिक गये थे। इस बार सलमान का दाम कम होने के बावजूद जानकारों के अनुसार अभी तक उसके न बिक पाने की वजह आर्थिक मंदी बता रहे हैं। फिलहाल सलमान अभी बिका नहीं है, लकिन वह असकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। बकरीद में अभी एक सप्ताह बाकी है।
सदर तहसील क्षेत्र स्थित ककरहवा बकरा मंडी भारत ही नहीं नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में काफी प्रसिद्ध है जहां दूर दूर से लोग बकरा खरीद फरोख्त करने आते हैं। इस बाज़ार में बलरामपुर, उतरौला, अकबरपुर, फैज़ाबाद से बकरों का विक्रय करने व्यापारी भी आते है। मुसलमानो का त्यौहार ईद उल अजहा यानी बकरीद 10 तारीख को है, फलतः लोग बकरों की खरीद फरोख्त जोरो से कर रहे है।
अभी तक सामने नहीं आया कोई खरीदार
इस समय ककरहवा बकरा मंडी में अपनी सुंदरता और बेहतरीन कद काठी के कारण बर्बरी नस्ल का बकरा जिसका नाम सलमान खान रखा गया है, लोगो में कौतुहल का केंद्र बना हुआ है। जिसकी कीमत व्यापारीवों ने डेढ़ लाख रूपए रखा है। इस वर्ष जहां जानवरों का दाम आसमान छू रहा है वहीं लाखों मुसलमानो की आस्था के आगे इनका कोई मोल नहीं। इस्लाम में तीन दिन के इस त्योहार में अल्लाह के राह में जानवर की कुर्बानी करते है। इसके बावजूद अभी तक सलमान का कोई खरीदार सामने नहीं आ सका है।
पिछले साल 2 लाख में हुई थी शाहरुख की नीलामी
लोग इसकी वजह बढ़ती महंगाई और आर्थिक मंदी का दौर बताते हैं। कल्लू कुरैशी नामक चिकवा बताते हैं कि पिछले तीन सालों से आम आदमी की कमाई कम हो गई है तथा महंगाई के कारण खर्च बढ़ गये हैं। इसलिए इस बार लोग बकरों पर भी बहुत अधिक खर्च करने से बच रहे हैं। कल्लू बताते है गत वर्ष की कुर्बानी के मौके पर सलमान खान से कम बेहतर बकरे शाहरुख खान की बिक्री गोबरहवा मांडी में हुई थी परन्तु इस बार शाहरुख खान के मुकाबले कहीं बेहत बकरे सलमान खान का दाम कोई डेढ़ लाख भी लगाने को तैयार नहीं है।