कोर्ट के निर्णय के विरोध में जमकर गरजे शिक्षामित्र
संजीव श्रीवास्तव
हाईकोर्ट द्वारा समायोजन पर प्रतिबंध लगा देने से नाराज शिक्षामित्र रविवार को सिद्धार्थनगर के बीएसए आफिस पर धरने पर बैठ गये। शिक्षा मित्रों का कहना है कि कोर्ट का यह निर्णय अविवेकीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जायें कम है। इसके खिलाफ एसोसियेशन उच्चतम न्यायालय की शरण में जायेंगा।
आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसियेशन के बैनर तले रविवार को सैकड़ों की तादाद में शिक्षा मित्र बीएसए कार्यालय परिसर में एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गये। धरने को संबोधित करते हुए एसोसियेशन के जिलाध्यक्ष हेमंत शुक्ला ने कहा कि उच्च न्यायालय का यह निर्णय कबूल नहीं है। इससे हजारों लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने शिक्षा मित्रों को शिक्षक पद पर समायोजित करने का फरमान देकर प्राथमिक शिक्षा का स्तर सुधारने की दिशा में जो प्रयास किया था कोर्ट ने उसमें रोड़ा अटका दिया है। प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट में जाने की तैयारी में है। एसोसियेशन पूरी तरह से न्यायिक लड़ाई में सरकार के साथ खड़ा है।
धरने में विजय गुप्ता, विरेन्द्र तिवारी, अतुल श्रीवास्तव, हरीश आर्य, अरुण पांडेय, अभिषेक श्रीवास्तव, विनोद पांडेय, शिवशरन चौधरी, अशोक अवस्थी, विजेन्द्र मिश्रा, यशवंत शुक्ला, दिव्य प्रकाश पांडेय, अरुण चतुर्वेदी, ज्ञानेश्वर पांडेय, घनश्याम पांडेय, प्रमोद श्रीवास्तव, रानी श्रीवास्तव, अनुपमा द्विवेदी, वंदना श्रीवास्तव, रेखा देवी, रमा त्रिपाठी, महेन्द्र श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।