गोरखपुरः डा. कफील के भाई की गोली मार कर हत्या का प्रयास, हालत गंभीर
— अगस्त 2017 में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सीजन कांड के बाद चर्चा में आए डॉ. कफ़ील के भाई काशिफ़ जमील पर रविवार रात अज्ञात हमलावरों ने गोली चलाई.ॽ
नजीर मलिक
“यूपी के गोरखपुर मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत प्रकरण में सरकार के निशाने पर रहे डा. कफील के छोटे भाई काशिफ जमील को बीती रात 10.30 बजे अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी और फरार हो गये। घटना शहर के गोरखनाथ फ्लाईओवर के पास की है। उन्हें तत्काल अस्पताल ने जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।”
बताया जाता है कि शहर के बसंतपुर मोहल्ला निवासी काशिफ जमील रविवार को इफ्तारी के बाद गोरखनाथ क्षेत्र में अपने दोस्त से मिलने गये थे। रात साढ़े दस बजे वापसी में वे गोरखनाथ फलाई ओवर के पास पहुंचे ही थे कि दो स्कूटी सवार अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोली चलाई और भाग निकले।एक हत्यारा हेलमेट में था तथा एक ने चेहरा गमछे से ढाक रखा था।
जानकारों के मुताबिक उन्हें तीन गोलियां मारी गईं। एक उनके हाथ, एक कंधे और एक गर्दन में लगी। उन्हें फौरान अस्पताल ले जाया गया, जहां आपरेशन कर एक गोली निकाली गई, मगर उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है। काशिफ के परिजिनों के मुताबिक मेडिकल कालेज कांड के बाद उनके परिजन परेशानी में फंसे हुए हैं। डा- कफील पहले ही अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को खतरा बता चुके हैं। वे फिलहाल मेडिकल कालेज आक्सीजन कांड में बड़ी मुश्किल से जमानत पर बाहर आये हैं।
कल की इस घटना के बाद गोरखपुर और आस पास के जिलों में यह घटना चर्चा का पिषय बनी हुई है। कोई इसे सियासी रंजिश बता रहा है तो कोई राजनीतिक घमासान का प्रतिफल, लेकिन पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहूंची है। वह मामले की जांच कर रही है।
घटना पर क्या कहा डाक्टर कफील ने
डॉ. कफ़ील ने मीडिया से बात करते हुए बताया, ‘मेरे भाई काशिफ़ को तीन गोलियां मारी गई हैं. एक गोली गले पर और दो गोली बाएं हाथ में लगी हैं. काशिफ़ तराबी पढ़कर गोरखनाथ मंदिर के निकट फ्लाईओवर के पास थे, जब उन पर दो अज्ञात लोगों ने गोली चलाई. वे इस समय गोरखपुर के स्टार हॉस्पिटल में हैं.’डॉ. कफ़ील ने यह भी बताया कि काशिफ़ का ऑपेरशन किया जा रहा है, जिसके बाद ही वे बाकी जानकारी दे सकेंगे.
डॉ. कफ़ील ने प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पर सवाल भी उठाया. उन्होंने कहा, ‘यह शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज गोरखपुर में मौजूद हैं और उनके शहर में होने पर भी ऐसी घटना हो गयी. यह प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है.