बढ़नी इलाके में फर्जी वाटिंग और पुराने वोटरों के नाम कटने पर हंगामा, बीडीओ समेत तीन पर मुकदमा
ओजैर खान
सिद्धार्थनगरः बढ़नी विकास खंड के धनौरी ग्राम पंचायत में मतदान के दौरान ग्रीमीणों जम कर बवाल काटा। बाद में सेक्टर मजिस्ट्रेट ने बीडीओ बढ़नी, एडीओ और प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तब जाकर बवाल शांत हुआ। घटना वोटर लिस्ट से असली वोटरों के नाम काट कर फर्जी वोटरों के नाम डाले जाने को लेकर हुई।
बताया जाता है कि बढ़नी ब्लाक के धनौरी उर्फ जिगिनिहवा गांव के लोग जब बूथ पर वोट डालने पहुंचे तो सैकडों के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले। उनके स्थान पर तमाम ऐसे लोगों के नाम शामिल थे, जो उस गांव के निवासी थे ही नहीं। ग्रामीणों ने इस पर आपत्त्िा की, लेकिन उनकी शिकायत सुनने वाला वहां कोई नहीं था।
दोपहर में झल्लाये ग्रामीणों ने मतदान रोक कर पोलिंग स्टेशन के बाहर नारेबाजी शुरू की और धरने पर बैठक गये। पुलिस बल ने लाठियां फटकारीं, लेकन ग्रामीण टस से मस नहीं हुई हुए। धरना चलता रहा।
दोपहर करीब दो बजे सेक्टर मजिस्ट्रेट विमल शुक्ला मौके पर पहुंचे। मौके की नजाकत भापं कर उन्होंने पिछले साल की वोटर लिस्ट देखा तो वर्तमान में सैकड़ों ग्रामीणों के नाम इस बार गायब मिले। इसकी जिम्मेदारी उन्होंने खंडविकास अधिकारी पर डाली।
ग्रामीणों का आरोप सही पाने के बाद उन्होंने ढेबरूआ थाने मे बीडीओ, एडीओ, बीएलओ और मौजूदा ग्राम प्रधान के खिलाफ लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया, तब जाकर मामला शांत हुआ। ग्रामीणों का कहना था कि पपूरा मामला एक बडी साजिश के तहत रचा गया था।