टूट चुकी सड़क से लोगों की जान खतरे में, अदालत जाने की तैयारी में शहरवासी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय से गोरखपुर जान वाली रोड हाइडिल तिराहे से पोखरभिटवा के बीच टूट कर जानलेवा बन गई है। सड़क की मरम्मत के लिए नेशनल हाइवे विभाग और डीएम कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। लिहाजा अब नगरवासियों ने मामले को लेकर अदालत जाने का मन बनाना शुरू कर दिया है।
बता दें कि सिद्धार्थनगर के हाईडिल तिराहा से लेकर पोखर भिटवा तक लगभग 500 मीटर के दायरे में सड़क की हालत खराब है। नेशनल हाइवे विभाग ने दो साल पहलेे एक मीटर बालू की जगह मिट्टी डालकर ऊंचा करके छोड़ दिया, काफी हो हल्ला के बाद उस पर जीएसबी और 4063 गेज का पत्थर डालकर कुटाई करके छोड़ दिया गया।
इस समय सड़क पर आये दिन दिन राहगीरों का एक्सीडेन्ट होता है और किसी का हाथ तो किसी का पैर टूटता है। कुछ बच्चों की जान तक भी जा चुकी है। सड़क के दोनों किनारों पर बसे लोगों का जीना हराम हो गया है। सड़क से इतनी धूल उड़ रही है कि मकान के अन्दर भी लोगों का जीना हराम हो गया है।
उक्त एरिया के वाशिंदे शशांक पांडे उर्फ पिंटू ने कहा है कि जिम्मेदार जिलाधिकारी हजारों लोगों की जान का खतरा खड़ा कर चुके हैं। अब जिम्मेदारों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाना ही एकमात्र उपाय रह गया है।
इससे पहले सड़क निर्माण को लेकर कांग्रेसी नेता पूर्व विधायक अनिल सिंह, कैलाश पंछी ने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन कर सड़क जाम किया था तो उप जिलाधिकारी ने सड़क निर्माण के लिये एक सप्ताह का समय मांगा था लेकिन मामला वैसे के वैसे रह गया।
इसके अलावा उक्त मार्ग पर प्रतिदिन चलने वाले, पवन सिंह, रामशंकर पाठक, श्रवण बंशल, राजू पाण्डे, महेन्द्र प्रताप सिंह,पिंकू सिंह आदि ने भी बताया कि यदि प्रशासन के लोग इस पर जल्द ध्यान नहीं दिये तो हम लोग एक साथ मिलकर जिम्मेदारों के विरूद्ध मुकदमा दायर करेंगे।