सिद्धार्थनगर में गोल्हौरा थाने के दारोगा ने खुद को गोली मार कर जान दी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के थाना गोल्हौरा में तैनात दारोगा विकास सिंह ने कल अपने गोरखपुर स्थित आवास पर गोली मार कर खुद की जिंदगी खत्म कर दी। मृत दारोगा की उम्र 35 साल थबताई जाती है। घटना रविवार शाम 6 बजे की है। इसकी सूचना मिलने के बाद सिद्धार्थनगर पुलिस में शोक छा गया है।
बताया जाता है कि एसआई विकास सिंह गोरखपुर में मुख्यमंत्री की बीआईपी डूयटी में गये हुए थे। सायंकाल डयूटी खत्म होने के बाद वह गोरखपुर के उपनगर खोराबार स्थित विवेकपुरम कालोनी आवास पर चले गये थे। इस मकान में वे अपने बडे भाई गौरव सिंह व छोटे भाई अविनाश सिंह रहते हैं।
क्या हुआ, कैसे हुआ
मुहल्ले वालों के मुताबिक सायं लगभग छः बजे उन लोगों ने दारोगा विकास सिंह के आवास से गोली चलने और इसी के साथ उनकी पत्नी शिप्रा सिंह के शोर मचाने की आवाज सुनी, उसके बाद लोगों ने देखा की विकास सिंह की लाश कमरे में सोफे पर पड़ी है उनके सीरने पर दो गोलियां बिलकुल दिल के करीब लगी हैं। उनकी पत्नी के अनुसार उनसे थोड़ी नोकझोंक के बाद विकास सिंह ने अपने आपको गोली मार लिया। मौके पर घ्र में भाई छोटे भाई अविनाश भी मौजूद थे।
घटना के बाद उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। छानबीन के बाद निष्कर्ष निकाला गया की पति पत्नी के बीच हुई विवाद के दौरान उत्तेजना में उन्होंने अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मार ली होगी। लेकिन विवाद क्या , जिसमें इतनी उत्तेजना हुई की मामला जाने देने तक आ गया।, इस बारे में अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है।
संदेह करने वालों की भी कमी नहीं
लेकिन खोराबार इलाके में इस हादसे को संदेह की नजर से देखने वालों की भी कमी नहीं। लोगों का कहना है इस कहानी में कुछ लोच है। आम तौर से अत्महत्या करने वाले कनपटी पर गोली मारते हैं, लेकिन इस मामले में सीने पर गोली मारी गई है। वीआईपी डृयूटी से घर पहुंचते ही कौन सा ऐसा विवाद हुआ कि दारोगा जैसे जिम्मेदार पद रहने वाले व्यक्ति को आत्महत्या करनी पड़ी। इस सवाल का जवाब मिलने पर ही सच्चाई सामने आ सकती है।