सोना बरसने के समान है आज की बरसात, ठंड और बारिश ने किसानों में जगाई उम्मीद, चेहरे खिले
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। हल्की बारिश और बढ़ी ठंड ने आम जनमानस को भले ही परेशान किया हो, मगर बीती रात से मौसम में हुए जबरदस्त बदलाव में किसानों के चेहरों पर मुसकान बिखेर दिया है। अब उनकी रबी की फसल को लेकर उम्मीदें जग गई हैं। उनका मानना है कि पानी नही सोने की बरसात हो रही है।
जिले में बीती रात से ही रिमझिम बारिश चल रही है। इसी के साथ ठंड का पारा भी काफी डपर चला गया है। हांलाकि बढ़ती ठंड से आम आदमी की परेशानी बढ़र है, लेकिन किसान तबका इससे खुश है।
ठंड की कमी व जमीन की समाप्त होती नमी से किसान परेशान था। गेहूं की बालियां प्रभावित हो रही थीं, इसके लिए उसे पानी की सख्त जरूरत थी। किसान और समाजवादी पार्टी के नता हरिराम यादव की मानें तो किसानों के लिए यह बारिश पानी की बूंद नहीं, सोना बरसने के समान है।
याद रहे कि जिले की 80 फीसदी आबादी खेते किसानी से जुड़ा है। इस बार जिले में तकरीबन 2 लाख हेक्टेयर में रबी की बुआई की गई थी। हालांकि ठंड व कोहरे की कमी ने गेहूं की 25 से 30 फीसदी फसल को प्रभावित तो कर ही दिया है, मगर किसानों को संतोष है कि इस बरसात से कम से कम उसकी बाकी फसल तो बच ही जायेगी।