सीएम योगी के वापस होते ही गोंडा में बेरहमी से कत्ल कर दिये गये दो मुस्लिम नौजवान
गोंडा। यहां के मुस्लिम इलाके साहबगंज के मुसलमानों के लिए रमज़ान की पहली रात कहर बन कर टूटी। कल यहां शाम के वक्त नमाज़ पढ़ कर निकले तीन मुस्लिम नौजवानों पर दो अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। इनमें से एक की मौक़े पर ही मौत हो गई और दूसरा ज़िंदगी और मौत के बीच सांसे गिन रहा है। घटना के बाद यह इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है और मुसलमानों में दहशत है।
कल गोंडा में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का दौरा भी था। मुख्यमंत्री के वहां से जाने के बाद की घटना है। पप्पू मिस्त्री और अरमान व रिजवाद तरावीह की नमाज़ पढ़ कर घर के लिए निकले। वहां के दुर्गा मंदिर के पास दो हमलावर रिक्शा पर आए। उनमें से एक ने छोटी तलवार के ज़रिये पप्पू मिस्त्री पर हमला कर दिया। चश्मदीद इस्माइल के अनुसार पप्पू की तो मौक़े पर ही मौत हो गई। उसे बचाने के लिए जब रिजवान व अरमान उसकी ओर बढ़े तो हमलावर ने दोनों पर हमला कर उन्हें भी लहूलुहान कर दिया। उसके बाद वह एक गली में भाग गया।
इस्माइल के अनुसार उसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन उसके पास हथियार थे। इस्माइल बताते हैं कि घटना उस वक्त की है जब हर कोई नमाज़ पढ़ने की तैयारी कर रहा था। सड़कों पर कम लोग थे। उनके अनुसार आज से पहले हमेशा ऐसा होता आया है कि रमज़ान की रात यहां खूब रौनक होती है। सहरी तक सड़कों पर रौनक बनी रहती है लेकिन अब सभी के अंदर इस कद्र दहशत है कि सभी अपने-अपने घर के अंदर हैं। सड़कें सुनसान हैं जबकि यह 4-5000 आबादी वाला मुस्लिम इलाका है।
गोंडा के सामाजिक कार्यकर्ता फहीम सिद्दीकी बताते हैं कि ये लोग बहुत गरीब घर हैं।पप्पू मिस्त्री दिहाड़ी पर काम करता है।वह मदरसा नासिरुल उलूम में खाना पकाने वाली रसोइया का बेटा हैं। जबकि अरमान जो नान पारा का रहने वाला है और यहां फेरी के काम के लिए यहां किराए पर रह रहा था।
फहीम का यह भी कहना है हमलावर मोटर साइकिल पर आए थे और बोल रहे थे कि ‘टोपी वाले हैं, इन्हें मारो’ फहीम के अनुसार ये लोग इतने गरीब हैं कि इनकी किसी के कोई रंजिश का सवाल ही पैदा नहीं , इन दोनों को मुसलमान होने का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ा है। अरमान को लखनऊ के लिए रैफर कर दिया दिया गया है। पुलिस अभी मामले की तहक़ीक़ात कर रही है।
गौरतलब है कि जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार क्या आई अल्पसंख्यक समुदाय और दलितों पर खुलकर हमले हो रहे हैं और कोई न्याय मांगने के लिए भी ज़ुबान नहीं खोल रहा है। घटना के बाद गोंडा के इस इलाके को भी पुलिस छावनी बना दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। समाचार लिखे जाने तक रिजवान की भी मौत हो गई है। मगर प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।d