देश को खंडित करने वाली ताकतों को रोकेंं और देश केे विकास में लगेेंं छात्र छात्राएं – राज्यपाल आनंदीबेन
सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह, 33 गोल्ड मेडिलिस्टों को मिली उपाधि
नज़ीर मालिक
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल/कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने 33 छात्र छात्राओं को गोल्डमेडल एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने ने कहा कि शिक्षा ऐसी हो जो देश को खंडित करने वालो का मुकाबला करने के साथ देश के समग्र विकास में योगदान भी दे सके।
रविवार को कपिलवस्तु स्थित सिद्धार्थ विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित दीक्षांत समरोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन ने कहा कि महात्मा गौतम बुद्ध का बचपन का नाम सिद्धार्थ था इसी के नाम पर जनपद तथा विश्वविद्यालय का नाम सिद्धार्थ रखा गया है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चो का ऐसी शिक्षा दी जानी चाहिए जो उनके जीवन में खुशहाली लाये। शिक्षा ऐसी हो जो ईश्वर तुल्य देश और समाज को खण्डित न करने की शिक्षा दी जाये। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि तथ्यगत गौतम बुद्ध की धरती और सिद्धार्थ विश्वविद्यालय पूरे विश्व में पहचान का केन्द्र बने। उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओ को शुभकानाएं देते हुए उन्होंने सन्देश दिया कि अच्छे इंसान बनकर अपना जीवन जिये तथा अपनी मानवता का ज्ञान दे। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय में किसी भी नए विषय की शुरूआत करने में अनेको कठिनाईयां सामने आती है, उन कठिनाईयों को विश्वविद्यालय परिवार दूर करते हुए बच्चो का अच्छी शिक्षा दे।
दीक्षान्त समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक/स्नातकोत्तर कला संकाय, विज्ञान संकाय, विज्ञान संकाय तथा कृषि विज्ञान संकाय तथा अन्य विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले 33 छात्र/छात्राओ को कुलाधिपति गोल्ड मेडल एवं डिग्री कुलाधिपति द्वारा प्रदान की गयी। विश्वविद्यालय के निकटवर्ती प्राथमिक विद्यालय बर्डपुर, कस्तूरबा गंाधी बालिका विद्यालय, बर्डपुर अपर प्राथमिक विद्यालय बूड़ा के कुल 50 छात्र/छात्राओ को बैंग और अच्छा ज्ञन प्राप्त करने के लिए पुस्तके प्रदान की गयी। उन्होंने विद्यालय के शिक्षको से अपील करते हुए कहा कि जो पुस्तके दी जा रही है उन पुस्तको को विद्यालय के पुस्तकालय में सुरक्षित रखे तथा बच्चो को पढ़ने के लिए दी जाये। जिससे बच्चे अच्छा ज्ञान प्राप्त करके देश के प्रति बेहतर योगदान दे सके।
राज्यपाल के सम्बोधन के पश्चात सभी लोगो द्वारा सामूहिक रूप से राष्ट्रगान जन-गण-मन का गायन किया गया। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर में आयोजित पंचम दीक्षान्त समारोह में कुलपति प्रो. हरिबहादुर श्रीवास्तव द्वारा कुलाधिपति श्रीमती आनन्दी वेन पटेल तथा उपस्थित सभी का स्वागत किया गया। इससे पूर्व श्रीमती आनन्दी बेन पटेल, कुलपति प्रो. हरि बहादुर श्रीवास्तव द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित कर एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात छात्र/छात्राओं द्वारा बन्दे मात्रम गीत तथा सरस्वती बन्दना गीत की प्रस्तुति की गयी।
दीक्षान्त समारोह में पूर्व कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय प्रो. रजनीकान्त पाण्डेय, प्रो. सुरेन्द्र दुबे, सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, जिलाधिकारी, दीपक मीणा, पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह, अपर जिलाधिकारी उमाशंकर, कुल सचिव राकेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चन्द्र रावत, उपजिलाधिकारी नौगढ़ विकास कश्यप तथा सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षान्त समारोह के आयोजन समिति के सदस्य तथा कार्य परिषद के सदस्य तथा सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहे।