जीएसटी जांच के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न पर सड़क पर उतरे सपाई
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। समाजवादी पार्टी प्रांतीय नेतृत्व के निर्दे्श पर शनिवार को सपा कार्यकर्ता निवर्तमान जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक लालजी यादव के अगुवाई में भाजपा सरकार के इसारे पर में जीएसटी जांच के नाम पर व्यापारियों का व्यापक पैमाने पर उत्पीड़न, लगातार दुकानों पर छापामारी से व्यापारी परेशान करने तथा खाद बीज के संकट एवं बंद धान क्रय केन्द्र के मुद्दे पर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर जिलाधिकारी के गैर मौजूदगी में न्यायायिक उपजिलाधिकारी संत कुमार को राज्यपाल के नाम संबोधित 9 सूत्रीय मांगों के समाधान का ज्ञापन साैंपा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निवर्तमान सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव ने कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा लगा लगाने वाली सरकार ने सभी वर्ग के लोगो को सत्ता में आने के बाद परेशान करने पर तुली है। व्यापारियों के कारोबार को फर्जी तरीके से जांच कराकर चौपट करने पर तुली है। धान क्रय केन्द्रों को सिर्फ कागजों में चलाया जा रहा है। नगर पालिका के आरक्षण में व्यापक पैमाने पर धांधली किया गया। जिसका परिणाम यहां के 11 नगर निकाय चुनाव के आरक्षण में दलित वर्ग के लिए एक भी सीट आरक्षण में नहीं मिला। जिसके कारण 21 फीसद दलित वर्ग भाजपा सरकार के शौतले नीति से आहत है।
पूर्व नपा अध्यक्ष बांसी व सपा निवर्तमान राष्टीय सचिव महिला सभा चमन आरा ने कहा कि महिलाओं के साथ बीजेपी सरकार भेदभाव कर रही है। जिसके कारण रोजमर्रा के समानों में बेतहाशा बृद्धि कर दिया है। इसके साथ बांसी क्षेत्र के अशोक नगर, गौतमबुद्ध् नगर आदि जमींदारी उन्मूलन के पूर्व सैकड़ों साल से बसे व्यापारियों को उजाड़कर उनके ऊपर भारी भरकम जुर्माना लगाकर कर परेशान कर रही है। जुर्माना वसूली को तत्काल निरस्त करें।
इस दौरान विधायक सैयदा खातून, पूर्व विधायक विजय पासवान, महासचिव कमरुज्मा खान, नगर पालिका अध्यक्ष बांसी मोहम्मद इद्रीश पटवारी राइनी, नपं अध्यक्ष उसका बाजार सुरेश यादव, प्रधान राम सेवक लोधी, डाक्टर प्रमोद यादव, विजय अग्रहरि, विजय चौधरी, अंबिकेश श्रीवास्तव, चौधरी, मो. जफर, अजय यादव, कलाम सिद्दीकी, घनश्याम जायसवाल, शैलेन्द्र शर्मा, जावेद आलम चुन्ने, गोपाल प्रसाद, राकेश दूबे, रोहित श्रीवास्तव, विश्वभर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि उक्त धरने में कतिपय नपा के भावी प्रत्याशी व उनके सर्मथक धरना प्रदर्शन में नजर नहीं आए।