ज्ञान विज्ञान मेले में गोरखपुर के सिर बंधा सर्वविजेता का ताज
संजीव श्रीवास्तव
पं. दीन दयाल उपाध्याय की स्मृति में सिद्धार्थनगर के रघुबर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में आयोजित तीन दिवसी ज्ञान-विज्ञान मेले में गोरखपुर के सिर सर्वविजेता का ताज बंधा। शिशु वर्ग में बलिया विजेता तथा गोरखपुर उपविजेता, बाल वर्ग में गोरखपुर विजेता तथा बलिया उपविजेता, किशोर वर्ग में भी गोरखपुर विजेता तथा देवारिया उपविजेता और तरुण वर्ग में बलिया संकुल विजेता गोरखपुर संकुल उपविजेता रहे।
शनिवार को आयोजित समापन अवसर पर जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेना विजयी होने से ज्यादा महत्व रखता है। ज्ञान विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है। ज्ञान का अर्थ बुद्धि और विज्ञान का अर्थ समस्त शिल्प शास्त्र अर्थात तकनीकी। ज्ञान- विज्ञान एक दूसरे के पूरक है। इस जगत में ज्ञान के सामान कोई दूसरा पवित्र वस्तु नहीं है।
अपर पुलिस अधीक्षक मंशाराम गौतम ने कहा कि ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ सृष्टि मनुष्य है। जिसमें शिक्षा का सर्वोपरि महत्व है। जो शिक्षक द्वारा प्रदान किया जाता है। जिसके माध्यम से समाज सेवा का अवसर प्राप्त होता है। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य बालकृष्ण सिंह ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मेले में 10 जिलों के बच्चों ने भाग लिया।
इस अवसर पर डा. आद्या प्रसाद मणि त्रिपाठी, डा. सुरेन्द्र मिश्रा, डा. रामनरेश, मदन सिंह, मुकुल नारायण श्रीवास्तव, सीओ सदर अकमल खां, राधा रमण त्रिपाठी, अरविंद सिंह चौहान, प्रेमधर पांडेय, अंजू चौहान आदि की उपस्थिति रही।