नेपाल में हालात बिगड़े 13 एसएसबी जवान गिरफ्तार, भारतीय चैनलों पर रोक, कई जगह हिंसा और आगजनी, दो की मौत
अजीत सिंह
नेपाल में पहाड़ी और मधेसी आमने सामने आ गये हैं। पिछले 24 घंटो में वहां हिंसा और आगजनी की कई घटनाएं हुई हैं। इस दौरान नेपाली सेना ने एसएसबी के 13 जवानों को गिरफृतार कर लिया है। नेपाल में भारत के सभी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। इन घटनाओं से दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ने की आशंका खडी हो गई है।
भारतीय सीमा सुरक्षा बल के 13 जवानों को नेपाली सीमा सुरक्षा बल ने नेपाल सीमा के भीतर घुसने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है, खबर है कि डीजल पेट्रोल की तस्करी रोकने के लिए एसएसबी जवान सीमा की निगरानी कर रहे थे।
इस दौरान कुछ युवकाें द्वारा पेट्रोल को ले जाते समय एसएसबी जवान उनका पीछा करते नेपाली सीमा में प्रवेश कर गये, जहां नेपाली सेना के जवानों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये दो जवानों के पास राइफलें भी थीं।
झापा जिले के अस्सिटेंट सीडीओ दम्मारू निरौला के मुताबिक एसएसबी अधिकारियों से इस मसले पर बात करने के बाद ही जवानों के बारे में फैसला किया जायेगा। जबकि झापा के डिस्ट्रिक्ट आफिसर का कहना है कि हम पता लगा रहे हैं, कि पकड़े गये जवान भूल बस घुसे थे या उन्होंने जान बूझ कर ऐसा किया है। दूसरी तरफ नेपाल सरकार ने नेपाल में भारत के सभी चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दिया है।एक अफसर ने इसकी पुष्टि की है।
नेपाल में डीजल पेट्रोल की बढ़ती समस्या और मधेसी आंदोलन के चलते मधेसी और पहाड़ी समुदाय आमने सामने हो गये हैं। घटना की शुरुआत नवाल परासी जनपद से हुई जहां शनिवार को उग्र मधेसियों ने नेपाली रेडियो स्टेशन को आग लगा दी।
इस घटना के बाद सप्तरी जिले में भी मधेसी आंदोलनकारियों ने एक बस पर पेट्रोल बम फेका, जिससे बस असंतुलित होकर पलट गई और दो लोग मारे गये तथा नौ लोग घायल हो गये। इसके जवाब में सुनसरी जिले के इटहरी में हजारों पहाड़ियों ने शनिवार को मधेशी मोर्चा की रैली के लिए बनाये जा रहे मंच को तोड़ कर आग लगा दी और भारत सरकार के खिलाफ नारे लगाये।
इस घटना के बाद गुस्साये मधेसियों ने सोनौली बार्डर से केला लाद कर बुटवाल जा रहे एक ट्रक को जला कर राख कर दिया। मोर्चा के रुपनदेही जिले के नेता संतोष पांडेय ने कहा है कि अगर एक भी ट्रक माल लेकर नेपाल में घुसा, तो जला दिया जायेगा। भले ही ट्रक भारतीय क्यों न हो।