अफसरों को बचाने के लिए किया गया स्वास्थ्य लिपिकों का ट्रांसफर- दीपेन्द्र मणि
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जनपद बलिया के हॉस्पिटल में कार्यरत सभी संवर्गीय कर्मियों यानी बाबुओं को भ्रष्टाचार के आरोप में अन्यत्र जनपदों में स्थानांनतरित कर दिया गया है तथा अन्य जनपदों से कई बाबुओं को बलिया स्थानांतरित कर दिया गया। इस प्रकार प्रदेश के कुल 104 लिपिक मध्य सत्र में इस स्थानांतरण से प्रभावित हुए है।
उक्त बातें यूपी मिनिष्ट्रयल एंड पब्लिक हेल्थ एशोसिएशन के जिलाध्यक्ष दीपेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताई। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे अधिकारियों को बचाने के लिए महानिदेशालय का यह निर्णय बेहद निंदनीय है इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाय कम है ।
महानिदेशालय के तानाशाह कार्यप्रणाली से पूर्व प्रांतीय महामंत्री श्री गिरजेश पांडेय द्वारा शासन को अवगत कराया जा चुका है जिस पर सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने निदेशक प्रसाशन से आख्या मांगी है परंतु अभी तक कोई ठोस नतीजा पक्ष में नही आ पाया है।
साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सभी क्लर्कों को कार्यभार से मुक्त कर वेतनादि भी बाधित कर दिया गया है। परिणाम स्वरूप हमारे 104 साथी आर्थिक संकट का भी सामना कर रहे हैं ।
मध्य सत्र में इस अनियमित स्थानांतरण से क्षुब्ध होकर प्रभावित साथियो सहित संगठन के पूर्व महामंत्री श्री गिरजेश पांडेय ने दिनांक 15 फरवरी से तीन दिवसीय धरना जनपद मुख्यालय पर करने का आह्वान किया है साथ ही स्थानांतरण निरस्त न होने की दशा में 19 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी गयी है ।
दीपेंद्र मणि ने अपने संवर्ग के इस संकट की घड़ी में एकजुट होकर प्रभावित अपने 104 साथियों के साथ न्याय हेतु उनके हर कदम पर सहयोग कर उन्हें सम्बल प्रदान करने का आह्वाहन के साथ नम्र अनुरोध किया है कि उक्त के क्रम में निर्धारित आंदोलन को सफल बना कर अपनी एकजुटता की मिशाल कायम करे।