पेड़ की डाल टूट कर हाई वोल्टेज तार पर गिरी, उस पर बैठे किशोर की मौत
अजीत सिंह
बांसी, सिद्धार्थनगर। जब मौत आती है तो उसे कोई रोक नहीं पाता। इसीजिए मौत को शाश्वत (बरहक) कहा गया है। इसकी ताजा मिसाल गत दिवस खेसरहा थाने के ग्राम महुई नानकार, टोला केवटलिया में देखने को मिली, जहां पेड़ की एक डाल पर बैठा एक लड़का अचानक हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठा। घटना बुधवार की है। यह मामला दिल्चस्प यों है कि एक पेड़ की डाल पर बैठे लड़के की मौत डाल टूटने नहीं वरन बजली के करंट हुई।
बताया जा है कि थाना क्षेत्र के ग्राम महुई नानकार टोला केवटलिया निवासी ओमकार का 12 वर्षीय लड़का सतीश कुमार बुधवार की दोपहर अचार के लिए गांव के एक बगीचे के पेड़ पर चढ कर आम तोड़ रहा था। आम तोड़ने की जल्दी में वह एक अपेक्षाकृत पतली डाल पर चढ़ गया। अचानक पेड़ की डाल चरमरा कर टूट गई और जमीन पर गिरने लगी।
लेकिन पेड़ की डाल तले एक हई वोल्टेज बिजली का तार गया हुआ था।लिहाजा पेड़ की डाल जमीन पर गिरने के बजाए बगल से गुजरने वाले हाई टेंशन तार पर गिरी। सतीश मय डाल समेत तार में उलझ गया फलतः बिजली के झटके के कारण उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। जिसे खेसरहा पुलिस ने पहुंच करभी निरीक्षण किया। बालक की असामयिक मौत से गांव में उदासी का माहौल है। लोग इस प्रकार की नाटकीय मौत पर यही कह रहे हैं कि मौत बरहक (शाश्वत) है।