बसपा से टिकट के दावेदार अकील के खिलाफ परिजनों ने खोला माेर्चा, मायावती को सौंपा चिट्ठा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ सीट से खुद को बसपा उम्मीदवार बताने वाले अकील अहमद उर्फ मुन्नू के खिलाफ उनके परिजनों ने ही मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अकील को टिकट न दिये जाने की अपील के साथ उनके बारे में शिकायतों की लंबी फेहरिस्त भी बसपा कार्यालय को सौंपी है।
बढ़नी ब्लाक के ग्राम बैरिहवा निवासी अकील अहमद मुन्नू का विरोध उनके घर से ही शुरू हो गया है। उनके सगे भाई ही उनके विरोध में खड़े हो गये हैं। अकील उर्फ मुन्नू के सगे भतीजे और सोशल वर्कर शारिक खान का कहना है कि उनकी पार्टी निष्ठा संदिग्ध है।
उनका कहना है कि अकील अहमद की क्षेत्र में छवि एक मौकापरस्त की है। ऐसे में पार्टी ने अगर उनका टिकट दिया तो उनकी हार तय होगी। इस लिए पार्टी को चाहिए कि वहां पर कैंडीडेट बदला जाये। वरना पार्टी की जमानत तक नहीं बचेगी।
गुलरी के प्रधन के प्रतिनिधि नौशाद आलम का कहना है कि जो शख्स जिला पंचायत का छोटा सा चुनाव हार गया हो, वह विधानसभ का चुनाव किस तरह जीतेगा, पार्टी को इस पर सोचना चाहिए। वरना चुनाव के नतीजे बुरे होंगे।
इसी प्रकार क्षेत्र के ग्राम गोल्हौरा के बीडीसी महफूज मलिक भी कहते हैं कि बसपा को अगर किसी अकलित को ही टिकट देना है तो जिले में कई बडे़ चेहरे हैं, जो चुनाव जीतने में सक्षम हैं। पार्टी ऐसे किसी भी मजबूत चेरे पर दांव लगा सकती है।
खबर है कि अकील अहमद की दावेदारी के मजबूत होते ही शारिक खान के साथ क्षेत्र के दर्जनों व्यक्ति बसपा के लखनउ कार्यालय पर सम्पर्क कर शिकायतों का पुलिंदा सौंपा है। पार्टी ने उस पर गौर करने की बात कही है। जाहिर है अकील अहमद की राह उतनी आसान नहीं, जितनी की समझी जा रही है।
4:54 PM
Shohratgarh vidhaansabha se agr Badre alam kataiya bhari ko agr party ticket deti hai to party ka seat nikalna 100/conferm hai