छः युवकों के साथ नेपाली बाला पकड़ी गई, मानव तस्करी का शक
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर । पडोसी देश नेपाल के भैरहवा से भगायी गयी एक नेपाली बाला को लोटन पुलिस ने ६ युवकों के साथ पकड़ लिया है। बीती रात सभी युवक उस बाला के साथ बोलेरों में सवार होकर कहीं जा रहे थे। लेकिन रात में पुलिस गश्त चौकस होने की वजह से पुलिस के हत्थे चढ गये। पुलिस मामले में मानव तस्करी के एंगल से भी जांच कर रही है। उसकी उमर तकरीबन २२ साल बताई जाती है।
बताया जाता है कि करीब एक बजे बलोरो यू़पी 55 एम 3641लोटन कस्बे से तेज गति से निकली। पुलिस ने रोकना चाहा, मगर नहीं रुकने पर पीछा करके बनियाडीह चौराहे पर पकड लिया । मौके पर पाा गया कि एक जवान लडकी ड्राइवर सहित पाँच युवकों के साथ बैठी थी ।
कोतवाली लाकर पुलिस द्वारा पूछ ताछ करने पर पता चला कि साकिर अली पुत्र अहमद अली , पिपरहवा, नेपाल का निवासी है।
वह नेपाल के जिला मुख्यालय भैरहवा की गल्ला मंडी मे रहता था। वहीं पर उसपने पड़ोस में रह रही अंजना (काल्पनिक नाम) नाम की एक लड़की को जाल मे फंसाया। गत ग्यारह मार्च को वह अंजना को बहला फुसला कर ले भागा और फरार हो कर गोरखपुर मे रह रहा था ।
बीती रात उक्त बलोरो में अहमद अली पुत्र शहाबुद्दीन, पुत्र गुलजार, शाकिर अली पुत्र अहमद, रामकुमार सहानी पुत्र करम चन्द नेपाल, निवासी व ग्राम ठोठरी निवासी थाना लोटन के अब्दुल रहमान पुत्र मो. शरीफ तथा अब्दुल लतीफ पुत्र अनवर अली बैठे थे ।
सूचना मिलते ही लडकी के पिता अपने साथ नेपाल के थाना मर्चवार के चौकी गुलरिया के हेड आरक्षी राजेश कुमार दूबे को लेकर कोतवाली लोटन आये और कागजात दिखा कर बताया कि गत पच्चीस गते को लड़की भगाने के मामले मे नेपाल पुलिस म मुकदमा दर्ज था और पुलिस उसकी तलाश में थी।
समाचार लिखे जाने तक सभी अभियुक्त लोटन पुलिस की कस्टडी में थे। आम ख्याल है कि सभी उक्त लडक को किस खास मुकाम पर वहुंचाने की फिराक में थे। पुलिस मामले को मानव तस्करी की नजर से भी जांच कर रही है। दरअसल नेपाल में भूकंप की घटना के बाद लड़कों की तस्करी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इसलिए पुलिस भी मामले की जांच को लेकर सतर्क है।