सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय पर घरों में पानी घुसा, पेट्रोल डीजल का जबरदस्त संकट
अजीत सिंह
सैलाब में डूबा सिद्धार्थनगर के बांसी तिराहा स्थित पेट्रोल पंप
सिद्धार्थनगर। जमुआर और कूड़ा नदियों के बढते जल दबाव सेजिला मुख्यालय सिद्धार्थनगर के घरों और प्रतिष्ठानों में पानी घुस गया है। चारों तरफसे सड़क मार्ग बंद होने से सदर तहसील में डीजल, पेट्रोल का संकट खड़ा हो गया है। नदी के निरंतर बढाव के कारण स्थिति और गंभीर होने की आशंका खड़ी हो गई है।
शहर के बीचोबीच बहने वाली पहांड़ी नदी जमुआर के खतरनाक रुप धर लेने सेशहर पानीसे घिर गया है।दर्जनों में मकानों में पानी घुस गया है। कई बडें स्कूलों में पानी घुस गया है। बांसी तिराहे पर पानी चढने से पेट्रोल पंप बंद हो गये हैं। काका पैलेस होटल में 6 फुट पानी घुस गया है। सेंट्रल एकेडमी का पहला तल्ला पानी में डूबा हुआ है। बच्चों के स्कूल बंद कर दिये गये हैं। पकड़ी की तरफ से बूढ़ी राप्ती के दबाव की वजह से लोग सहमे हुए हैं। गौर तलब है कि 1998 की बाढ़ के बाद पहली बार शहर के बांसी तिराहे पर पानी चढ़ा है। इससे लोगों में भय का संचार होने लगा है।
पेट्रोल का जबरदस्त संकट
सैलाब के कारण जिले की सदर तहसील में पेट्रोल का जबर संकट खडत्रा हो गया है।बताया जाता है कि जिले का सड़क मार्ग बंदहो जाने की वजह से पेट्रोल के टेंकर नहीं आ पा रहे, जिसके कारण मुख्यालय केदर्जप भर पेट्रोलपंपों सहित उस्का बाजार, सनई, सोहांस, बर्डपुर कस्बों में पेट्रोलपंप लगभगखाली हो चुके हैं। इबउनके पासकेवल रिजर्व स्टाक ही बचा है, जो बिक्री के लिए नहीं है। इससे सैलाब के इतर क्षेत्रों में रहने वालों के सामने भी एक नई परेशानी आ खड़ी हुई है।पंप मालिकों का कहना है कि जब तक सड़क मार्ग नहीं खुलेगा, पेट्रोल डीजल की आपूर्ति संभव नहीं हो पाएगी।