नेपाल में जरूरी सामानों के दाम आसमान पर, भारतीय तस्कर पूरी कर रहे जरूरतें,
संजीव श्रीवास्तव
मधेशियों के आंदोलन ने पड़ोसी मुल्क की रफ्तार रोक दी है। वहां जरूरी सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। पेट्रोल डीजल के लिए हाहाकार मचा है। रसोई गैस की किल्लत से घरों के चूल्हे ठंडे पड़े हैं। ऐसे में तस्करों की बन आई है। वह जरूरी सामानों की खेप नेपाल पहुंचा कर चांदी काटने में लगे हैं।
आंदोलन की आड़ में सीमावर्ती क्ष्ोत्रो मे ंतस्करी तेज हो गयी है। तस्कर पगडंडी वाले रास्तों का इस्तेमाल कर आवश्यक वस्तुओं को नेपाल के विभिन्न स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। जहां समान का मुंह मांगा दाम मिल रहा है।
नेपाल में डीजल की कीमत 150 रुपये, पेट्रोल 300 रुपये लीटर, गैस सिलेंडर 2 हजार रुपये तक बिक रहा है। यहीं नहीं सीमापार आलू 90 रुपये प्रति किग्रा एवं प्याज दो सौ रुपये प्रति किग्रा के हिसाब से बिक रहा है।
आंदोलन के चलते नेपाल में सबसे अधिक किल्लत डीजल व पेट्रोल की है। इसका लाभसीमावर्ती क्षेत्र के तस्कर उठा रहे है। गैलन में भर कर तस्करी हो ही रही है। इसके अलावा इस पार से वाहनों की टंकियां फुल कर उसे सीमापार खाली करने का भी खेल जोरों पर है। कुछ लेाग यही कार्य कर मालामाल हो रहे हैं।
सरहद से सटे बढनी कस्बे में यह तस्करी जोरों पर है। सुबह ख्ुालने वाले पेट्रोल पम्प शाम तक सूख जा रहे हैं। बताते चलें कि पिलर नं0 567, 568 के रास्ते इन दिनों तस्करों द्वारा पेट्रोल डीजल के साथ ही आलू प्याज तथा अन्य आवश्यक वस्तुओ को सीमा पार भेजा जा रहा है।