प्रेम, भाईचारा और और अनुशासन सिखाते हैं खेल- जमील सिद्दीकी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। खेल जिंदगी का अहम हिस्सा है। यह इंसान को मुहब्बत, भाईचारा और अनुशासन सिखाता है। तरक्की के लिए अनुशासन बेहद जरूरी है।
यह बातें नगरपालिका सिद्धार्थनगर के अध्यक्ष मो. जमील सिद्दीकी ने षनिवार को याहर के गोबरहवा मुहल्ले में कहीं। वह बतौर चीफ गेस्ट वालीबाल टूर्नामेंट का उदघाटन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दुनियां के हर बडे मैचों में हर जाति धर्म के खिलाड़ी होते हैं। सब एक ही बाटल से मुंह लगा कर पानी पीते हैं। दुनियां में भाईचारे की इससे बड़ी मिसाल किसी क्षेत्र में नहीं मिल सकती है।
खेलों में अनुशासन पर उन्होंने कहा कि अगर लोग खिलाड़ियों की तरह अनुशासित हो जाये ंतो दुनियां से हिंसा, जातिवाद, उच-नीच ही नहीं आतंकवाद का भी खात्मा हो जाएगा।
इससे पहले नपा अध्यक्ष सिद्दीकी ने वालीबाल नेट का फीता काट कर टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। इस मौके पर जिले के अब तक के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी अब्दुल मन्नान खां उपस्थित रहे।
अतिथियों का स्वागत आयोजक मंडल के महबूब आलम, अब्दुल अजीज, मो अफजल, मो मुकीम, मो मुर्तजा, अकबर अली ने किया। टूर्नामेंट में कई टीमों के साथ नेपाल की टीम भी भाग ले रही हैं।