सरकारी स्कूल के मुस्लिम छात्र को हिंदू बना कर भेजा आरएसएस के शिविर में, लड़के ने लौट कर बताया नफरत भरी पूरी कहानी

October 20, 2015 9:45 PM2 commentsViews: 6036
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नजीर मलिक

गुलजार अपने पिता महबूब अहमद और सामाजिक कार्यकर्ता मजहार आजाद के साथ पत्रकारों को कहानी बताते हुए। साथ में उसे विजय के नाम से दिया गया संघ के शिविर का कार्ड

गुलजार अपने पिता महबूब अहमद और सामाजिक कार्यकर्ता मजहार आजाद के साथ पत्रकारों को कहानी बताते हुए। साथ में उसे विजय के नाम से दिया गया संघ के शिविर का कार्ड

सरकारी स्कूल के बच्चों को संघ के किसी कार्यक्रम में भेजना वैसे भी नियम के खिलाफ है, लेकिन एक मास्साब ने अपने कई छात्रों को आरएसएस के शिविर में तो भेजा ही, उसमें एक मुस्लिम बच्चे को ंिहदू छात्र बना कर भी भेज दिया। मामले की शिकायत डीएम और एसपी से की गई है। डीएम ने मामले की जांच कराने को कहा है। इस घटना की खबर के बाद इलाके में सनसनी छा गई है।

खबर है कि क्षेत्र के भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के सूर्या महाविदयालय परसा, बढनी में संघ का पांच दिवसीय शिविर लगा था। शिविर में जूनियर हाई स्कूल उस्का बाजार के कई छात्रों को भी भेजा गया।

बताया जाता है कि छात्रों को संघ के शिविर के बजाये टूअर के नाम पर भेजा गया। मजे की बात है कि इन बच्चों में स्कूल के कक्षा 8 के 15 वर्षीय छात्र गुलजार अहमद पुत्र महबूब अहमद निवासी उस्का बाजार को भी भेजा गया।
गुलजार के पिता के मुताबिक उन्होंने टूर के नाम पर 450 रुपये भी जमा किए। अध्यापक श्रीराम मिश्र ने उन्हें इसकी जानकारी नहीं होने दी कि उनके बच्चे को संघ के शिविर में भेजा जा रहा है।

शिविर से लौट कर 17 अक्तूबर को गुलजार ने अपने पिता को बताया कि जब वह शिविर में गया, तो उसे विजय कुमार कक्षा 9 के छात्र के नाम का कार्ड दिया गया। पूछने पर बताया गया कि यह खाने का कार्ड है। कोई पूछे तो अपना नाम विजय कुमार ही बताना।

बकौल गुलजार जब वह शिविर में पहुंचा तो वहां योगा व्यायाम आदि कराया जाता रहा और शैक्षणिक सत्र में मुस्लिम विरोध की तमाम बातें बताई जाती रहीं। जो यहां लिखना उचित नहीं है। सके बयान के मुताबिक वहां मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरी बातें बताई जाती रहीं।

घर लौट कर जब उसने अपने पिता को सारी बातें बताईं तो पिता महबूब ने सामाजिक कार्यकर्ता मजहर आजाद के साथ पहले स्कूल के मास्टर श्रीराम मिश्र से बात की। बकौल महबूब श्रीराम मिश्र ने गलती मान कर उनसे माफी मांगी।

फिर वह डीएम सिद्धार्थनगर के पास गये। डीएम सुरेन्द्र कुमार ने प्रकरण को गंभीर मान कर मामले की जांच कराने को कही। एसपी अजय कुमार साहनी ने भी जउंच की बात कही।गुलजार के मुताबिक टूअर के नाम पर स्कूल में मिश्रज्ञ ज्भ् श्रीराम मिश्र से एक आदमी मिलने आता था, जिसे मिश्र जी आचार्य जी कह कर सम्बोधित करते थे। लेकिन वह उनका नाम नहीं बता सका।

इस बारे में छात्र के पिता महबूब का कहना है कि सरकारी स्कूल के बच्चों को एक अध्यापक ने संघ के शिविर में टूअर के नाम पर भेजा। उसमें एक मुस्लिम बालक को हिंदू बना कर वहां एडमिट कराया, जहां मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे भाषण दिए गये। यह बेहद गंभीर मामला हैं।

दूसरी तरफ अध्यापक श्रीराम मिश्र ने कहा कि छा़त्र. के अभिभावक उनके यहां अक्सर आते हैं। वह बहुत अच्छे हैं, लेकिन उनके बच्चे को शिविर में भेजने में उनका कोई हाथ नहीं।

यह पूछने पर कि उनकी आपसे क्या दुश्मनी है, जो वह आप पर आरोप लगाा रहे है, श्रीराम मिश्र ने फिर कहा कि उनसे कोई दुश्मनी नहीं ळें बस उनका आरोप गलत है। फिर उन्होंने कपिलवस्तु पोस्ट से कृपा दृष्टि बनाये रखने की बात भी की।

इस बारे में सामाजिक कार्यकर्ता मजहर आजाद ने कहा कि इसकी जानकारी बजरिए पत्र अल्पसंख्यक आयोग को दे दी गई है। वह लोग जल्द ही लड़के के साथ आयोग के समक्ष अपनी बात रखने जा रहे हैं।

2 Comments

  • Please dont share my countary.All men and women know your policy .You know well the secrifice of muslims in freedom fight.There r a lot of poor families in my countary. They r fighting for their foods only.So save yourself from their bad words(badduaa).

  • Ye bahut hi sharmnak bat hai eduvation k lye

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