एक पखवारे में हजार बीघा गेहूं फसल जल कर स्वाहा, इटवा में दो सौ बीघा गेहूं जला, एएसपी ने बनाई विशेष रणनीति

April 8, 2022 12:38 PM0 commentsViews: 629
Share news

दर्जनों परिवारों में शादी ब्याह के साथ बच्चों की पढ़ाई और फीस का संकट, छोटे किसानों पर भोजन का संकट भी गहराया

पानी की समस्या को देखते हुए एएसपी की रणनीति में हाईडेन्टों को किसी भी दशा में चालू हालत में लाने का निर्णय

 

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर।  इटवा व खेसरहा थाने में आगलगी की आधा दर्जन अलग अलग घटनाओं में सवा तीन सौ बीघा गेहूंकी  फसल जलने से कई दर्जन किसानों पर संकट गहरा गया है। पलिस और द४मकल ने ग्रामीणों के साथमिल कर बहुत मेहनत से आगलगी पर काबूकिया वरना तबाही और भी व्यापक होती प्छिले एक पखवारे में आगलगी की घाटनाओं से हजारों बीघा फसल के जलने और लगभाग सौ से धिककिसान बरबादी के कगार पर पहूंच चुके हैं। आगलगी की घटनाओं पर अंकुश केलिए अपर पलिस अधीक्षक ने एक खास रणनति बनाई है।

इटवा में  200 बीघा गेहूं  आग में भस्म

इटवा के पिपरा मुर्गिहवा में लगी आग से मुर्गिहवा समेत ग्रामविशुनपुर के इसरार,  रामू, हरिराम, मकबूल, जुम्मन, सहरई, रहीम, बशीर, मकबूल आदि दो दर्जन किसानों की फसल जल कर स्वाहा हो गई। इनमें से तीन किसानों के घर में शदी थी और फससल बंच कर शादी की इंतजाम करना था।कितनों के बच्चों की फीस भी गेहूं बेच कर ही जमा करनी थी। सभी की समझ में नहीं आ रहा कि कुदरत के इस कहर को कैसे सहा जाए।

खेसरहा में 100 बीघा फसल जल कर खाक

इसी प्रकार खेसरहा क्षेत्र के देउरी सिवान  व चौरी खुर्द गांव के सिवान में आग की अलग अलग घटनाओं में खेत में खड़ी सौ बीघा फसल गुरुवार को जल कर रख हो गई। यहासं भी एक दर्जन से ऊपरकिसानों के मुंह केनिवाले पर संकट छा गया है। कई किसानों को काम काज रूक गया है। इसरार नामक पड़ित का कहना है कि उन्हें अपने बेटे के इंजीनीयरिंग की फीस जमा करने के लिए इसी फसल का सहारा था, जो खत्म हो गया।

खबर है कि पिछले एक पखवारे में अगलगी की घटनाओं में पूरेजिले की कम से कम एक से डेढ़ हजार बीघा फसल जली।जिससे किसानों की बटियों की शादी, बच्चों की पढाई जैसे जरूरी काम फंस गये हैं। छोटी जात वालेकिसानों के घर में तो अभी से खाने का संकट खड़ा हो गया है। औरभिन्न दलों के नेता और शासन मूक दर्शक बना हुआ है।

एएसपी सुरेश कुमार रावत की रणनीति

अपर पलिस अधीक्षक सुरेश रावत के अनुसार वर्ष 2020 में आगजनी की 131 घटनाएं तथा वर्ष 2021 में 387 घटनाएं घटित हुई जिन पर अग्निशमन विभाग द्वारा काबू पाया गया l विगत 2 वर्षों का सर्वे करके यह ज्ञात कर लिया गया है कि किस क्षेत्र में सर्वाधिक आगजनी की घटनाएं होती है जिन से निपटने हेतु बांसी इटवा व शोहरतगढ़ क्षेत्र में वाटर टेंडर सहित ड्यूटीओं की आस्थाई पोजिशन इन की जा रही है। एएसपी सुरा रावत के मुताबिक  जनपद में फायर हायडेंट जहां उपलब्ध हैं तथा जहां से वाटर टेंडर तत्काल पानी ले जा सकता है, उन फयर हाईडेंटों को चिन्हित किया जा रहा है।

उन्होंने बतायाकि सिद्धार्थनगर जिले  में आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण पाए जाने हेतु नौगढ़ और डुमरियागंज में  दो फायर स्टेशन स्थापित है, जिन पर 4 वाटर टेंडर एक पोर्टेबल डीजल पंप दो बोलेरो कैंपर तथा एक फायर बुलेट सक्रिय स्थित में मौजूद है l प्रशिक्षित फायरमैन तथा चालकों की पर्याप्त टीमें उपलब्ध है l

 

 

Leave a Reply