एयरफोर्स दिल्ली ने डीएलडब्ल्यू को सीधे सेटों में हरा कर जीती 38वीं आल इंडिया जागृति वालीबाल ट्राफी
ओजैर खान
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। गजब का स्मैश, शानदार डिफेंस, जानदार बूस्टिंग के साथ एक-एक अंक के लिए जान लड़ाते खिलाड़ी। लेकिन आखिर में दिल से खेलने वाले डीएलडब्ल्यू बनारस की शिकस्त हुई और दिल के साथ दिमाग का सटीक इस्तेमाल कर एयरफोस दिल्ली की टीम ने 38वीं जागृति नेशनल वालीबाल ट्राफी पर कब्जा कर लिया।
आज शाम बढ़नी के रामलीला ग्राउंड पर खेला गया फाइनल मैच बेहद रोमांचक था। गड़गड़ाती तालियों के बीच जब दोनों टीमों के खिलाड़ी मैदान में पहुंचे तो दर्शकों का ब्लड प्रेशर बढ़ने लगा। सेमीफाइनल में दोनों टीमों का दमखम देख चुके दर्शक किसी टीम के जीत हार के बारे में कुछ कहने को तैयार नहीं हो पा रहे थे।
पहले सेट में दोनों टीमे एक-एक अंक के लिए जूझती नजर आई। एयरफोस के अटैकर मेजर शफीक अहमद के झन्नाटेदार शाट और डीएलडब्ल्यू के विपुल मलिक के शानदार डिफेंस का कमाल देखते ही बनता था।
आखिर में शफीक अहमद ने दिमाग का इस्तेमाल किया और ताकतवर स्मैशों के बीच शानदार ड्राप्स डाल कर पहला सेट 25-19 से दिल्ली के पक्ष में कर दिया।
दूसरे सेट में बनारस ने दम बांधा, मगर तब दिल्ली के शफीक के साथ टीम के लिबरो सिदुल सिंह ने मिल कर बाजी पलट दी और दूसरा सेट भी 25-20 से दिल्ली के पक्ष में कर दिया।
तीसरे और निर्णायक सेट में डीएलठब्ल्यू के खिलाड़ी हताश दिखे। लिहाजा उन्होंने 13-25 के स्कोर पर ही घुटने टेक दिया। इस प्रकार एयरफोर्स दिल्ली ने जागृति ट्राफी पर कब्जा कर लिया। दोनों टीमांे के बीच फाइनल देखने के लिए तकरीबन दस हजार दर्शक मैदान के अलावा मकानों की छतों पर डटे रहे।
इससे पूर्व सेमी फाइनल में डीएलडब्ल्यू ने स्पोर्ट कालेज को हरा कर फाइनल में जगह बनाई तो एयरफोर्स दिल्ली ने आर्मी सिग्नल कोर को हरा कर फाइनल में पहुंचने का अधिकार पाया।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और शोहरतगढ़ विधायक प्रतिनिधि उग्रसेन सिंह, विशिष्ट अतिथि व सपा नेता मो. जमील सिदृदीकी, चेयर मैन नगर पालिका सिद्धार्थनगर ने विजेता और उपविजेता टीमों को ट्राफी व नकद पुरस्कार दिया। जबकि एक अन्य विशिष्ट अतिथि व समाज सेवी राजा योगेन्द्र प्रताप सिंह ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया।
कार्यक्रम के आयोजन में क्लब के अध्यक्ष राजू शाही, आयोजन सचिव मो. इब्राहीम बाबा समेत जुग्गीराम राही, इरशाद अहमद पत्रकार, जमाल अहमद, मास्टर करम हुसैन इदरीसी आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही।