रंग नहीं जमा पाये केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर, निराशा जनक रहा 21 मिनट का भाषण
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने नोटबंदी को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि इसके परिणाम सुखद होंगे। प्रधानमंत्री मोदी को यह कदम अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए बहुत ही सटीक है।
आज यहां केन्द्रीय विद्यालय के शिलान्यास करने आये जावेडकर ने कहा कि नोटबंदी के कार्यक्रम से कालाधन पर अंकुश लगेगा। कैशलेस व्यवस्था से भ्रष्टाचार में कमी आयेगी और लोग शान्ति महसूस करेंगे।
प्रभाव छोड़ने में नकामयाब रहे जावेडकर
अपने 21 मिनट के सम्बोधन में प्रकाश जावेडकर ने 2 मिनट औपचारिकता, 3 मिनट स्कूली बच्चों के कार्यक्रम के सम्बन्ध में बोले शेष 15 मिनट में उन्होंने बहुत हल्के से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जब काला धन नहीं रहेगा, तो आयोग्य लोग लाखों घूस देकर नौकरियां नहीं हड़प सकेंगे। गौरतलब सवाल यह है कि क्या नौकरी के लिए रिश्वत के तौर पर केवल ब्लेक मनी ही दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर में बनने वाला केंद्रीय विद्यालय 20 करोड़ की लागत से बनेगा और वह 18 महीने बाद उसका उदघाटन करने स्वयं आयेगे। इसके अलावा शेष समय उन्होंने इधर–उधर की बात कर काटा।
पाल ने कायम किया जलवा
प्रकाश जावेडकर से ज्यादा प्रभावी तो क्षेत्रीय सांसद जगदम्बिका पाल लगे। उन्होंने अपने ठोस भाषणो से पंडाल में कई बार तालिया बजवाईं और लोगों को खड़े होकर नारेबाजी के लिए मजबूर किया। भाजपा नेता दिलीप चतुर्वेदी का संचालन कहीं बेहतर रहा।
पत्रकारों को जावेडकर ने नहीं दिया भाव
कार्यक्रम में प्रकाश का जावेडकर का रूख बहुत ठंडा रहा। मीडिया के लोग प्रेस गैलरी में गिरफ्तार पत्रकार ध्रुव यादव की मदद के लिए गुहार करते रहे। लेकिन उन्होंने इसकी नोटिस नहीं लिया। भाषण के समापन पर पत्रकारों ने ध्रुव के समर्थन में नारे लगाकर उनका ध्यान खीचने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने तवज्जो नहीं दी। उन्होंने पत्रकारों से बात–चीत भी नहीं किया।
यह लोग रहे उपस्थित
सभा में भाजपा के कई नेताओं ने भाषण भी दिया और उनकी उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही, ऐसे लोगों में भाजपा के जिलाध्यक्ष रामकुमार कुवंर, जिलाप्रभारी दुर्गा राय, गोविन्द माधव, अमर सिंह चौधरी, श्यामधनी राही, रीता पांडेय, सरोज शुक्ला, कन्हैया पासवान, राजू पाल, मनोज चौबे, राजमणि पांडेय आदि उपस्थित रहे।