प्रदेश के 24 हजार इंजीनियरों के हड़ताल से विकास कार्य प्रभावित
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश में सभी विभागों के जूनियर इंजीनियर वेतन ग्रेडपे 4200 से 4800 बढ़ाने की मांग को लेकर 2 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। इससे विकास कार्य ठप हो गये हैं। इंजीनियरों के हड़ताल से सर्वाधिक परेशानी ठेकेदारों को है। उनका पेमेंट लटक गया है।
प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग सहित लगभग दो दर्जन विभागों के 24000 जूनियर ईंजीनियर अपने वेतन मान को बढ़ाने के लिये पिछले पखवाड़े से कार्य वहिष्कार पर थे मगर बुधवार से अनिश्चत कालीन हड़ताल पर चले गये है। बुधवार को सिद्धार्थनगर के कलेक्ट्रेट परिसर में सैकड़ों की तादाद में अवर अभियंता एकत्र हुए और जमकर नारे लगाते हुए धरने पर बैठ गये।
इस सिलसिले में महासंघ के अध्यक्ष एस एन पांडेय व सचिव उमेश चंद राम ने कहा कि उन्हें सरकार द्वारा जितना वेतन दिया जाता है वह जरूरतों के मुताबिक नही है।
संघर्ष समिति के चेयरमैन मुक्तेश्वर राय व उप चेयरमैन ए. बी. पटेल ने कहा कि उनका हड़ताल मांगे माने जाने तक जारी रहेगा। लोक निर्माण विभाग के सिद्धार्थनगर के जिलाध्यक्ष विरेन्द्र कुमार सहित दिनेश चंद्रा, रवीन्द्र यादव, सी.पी.एन. सिंह, हरीश त्रिपाठी, प्रमोद रावत, रमेश प्रजापति, सुभाष यादव, सुनील शाह, राजकुमार प्रजापति, राधेश्याम सिंह, प्रेमकुमार, पारसनाथ, राधेश्याम आदि मौजूद रहें।