सिद्धार्थनगर: महिला जिला पंचायत सदस्यों में तीन अंगूठा टेक, नौ प्राइमरी एक दसवीं और दो हैं स्नातक पास
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर में 48 जिला पंचायत सदस्यों में 15 सदस्य महिला निर्वाचित हुई हैं। इनमें तीन ऐसी हैं, जिन्हें ककहरा भी नहीं आता है। वह निरक्षर है। इसके अलावा 9 सदस्य कक्षा 5 से अधिक शिक्षित नहीं हैं। एक सदस्य कक्षा दस पास हैं। दो सदस्यों के पास स्नातक की डिग्री है।
जानकारी के अनुसार वार्ड संख्या 11 से जिला पंचायत सदस्य के पद पर 65 वर्षीय कैलाशी देवी जीती हैं। वह सपा के चर्चित नेता राजेन्द्र जासवाल की मां हैं। , वार्ड संख्या-24 की 57 वर्षीया ध्यानमती देवी भी सपा नेता तौलेश्वर निषाद की मां हैं। इसके अलावा वार्ड संख्या 40 से 57 वर्षीया ज्ञानमती देवी भी निरक्षर हैं।
हालांकि तीनों के टक्कर में कई मजबूत लोग थे, मगर जनता ने इन तीनों निरक्षरों को ही बेहतर समझा और इन्हें जिले के प्रथम नागरिक के बगल में बैठने का सौभाग्य प्रदान कर दिया।
अब देखना होगा कि कैलाशी देवी, ध्यानमती देवी और ज्ञानमती देवी अपनी जिम्मेदारियों को स्वयं निपटाती हैं या इनकी सत्ता इनके नाम के सहारे कोई और चलाता है।
इसके अलावा वार्ड नम्बर एक से राजकुमारी, दो से श्रीमती कुमारी, 19 से कांति पांडेय, 26 से पुष्पा सिंह, 29 से मुराता देवी, 30 से नीलम यादव, 38 से मंजू पासवान कक्षा पांच या उससे कम पढी हैं, जबकि वार्ड 28 की सदस्य निर्मला ने इंटर तक शिक्षा पाई है।
इसके अलावा 13 से जीतीं ऐश्वय इंटरर्, 41 वार्ड से जीतीं शांति देवी पासी हाई स्कूल तथा वार्ड नम्बर जीत कर आई परवीन चांदनी और 15 से चुनी गईं सुजाता सिंह के स्नातक की डिग्री है।
चांदनी सबसे युवा एवं अलीम सबसे बुजुर्ग
सिद्धार्थनगर के 48 नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों में वार्ड नम्बर-22 से जीती चांदनी परवीन सबसे युवा है। उनकी आयु मात्र 25 वर्ष है। जबकि वार्ड संख्या -4 से निर्वाचित इंजीनियर अब्दुल अलीम सबसे बुजुर्ग है। उनकी उम्र लगभग 66 वर्ष की है।
9:21 PM
जितने वाले सभी उम्मीदवारों को मेरी तरफ से बहुत बहुत मुबारक बाद
खास करके युवा उमीदवार चांदनी परवीन और बुजुर्ग अलीम इंजीनियर को
युवा को अब अपने बुजुर्गो के सलाह पर चल कर आगे आना होगा