वह प्रेमी के साथ क्यों भागी नेपालः प्यार के खेल में धोखा कभी हो जाता है
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। उसकी उम्र केवल 17 साल, यानी कानून नाबालिग थी, मगर वह प्यार मुहब्बत के खेल का बयाबी समझती थी। उसे अपने पड़ोस के गांव के एक लड़के से प्यार हो गया था। फिर दोनों एक साथ घर से भाग निकले। वे शुक्रवार को सिद्धार्थनगर जिले के ककरहवा बार्डर पर पहुंच गये। जहां बार्डर की निगरानी के लिए तैनात एसएसबी की 43वीं बटालियन की पारखी निगाहों से वे दोनो बच नहीं सके और मामला संदिग्ध जान एसएसबी जवानों ने उन्हें पकड़ लिया।
पकड़े गये युवक युवती में से लड़के ने अपना नाम उमेश कुमार बताया। वह बस्ती जिले के ग्राम लक्ष्मणपुर थाना सोनहा का रहने वाला था। लड़की उसके बगल के गांव की थी। उसका नाम विमला (बदला हुआ नाम) था। विमला और उमेश ने एसएसबी को पूछताछ में जो कुछ बताया उसके मुताबिक दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे। वह आपस में शादी करना चााहते थे, मगर दोनों की राह में उनका परिवार बड़ी बाधा था। इसलिए वह 12 जनवरी को शादी करने के इरादे से घर से भाग निकले थे।
यहीं पर एसएसबी जवानों को संदेह हुआ। 12 जनवरी को घर से भागने के बाद वह लोग भारत में शादी न कर नेपाल क्यों जा हे थे। वैसे भी मानव तस्करी की भी आशंका थी। अभी हाल में बस्ती की एक युवती तीन लडकों के साथ पकड़ी गई थी। कहीं इस लड़की को भी किसी गलत इरादे से नेपाल तो नहीं ले जाया जा रहा था। यह सोच कर जवानों ने ल़ड़की के परिजनों को खबर दी।
लड़की के पिता ने बताया कि घटना का मुकदमा सोनहा थाने में दर्ज है। लड़का उनकी लड़की को गैरकानूनी ढंग से भगा कर ले गया है। एएसबी का मानना था कि नेपाल में गलत हाथ में प़ड़ कर मानव तस्करों को भी शिकार हो सकती थी। फिलहाल एसएसबी ने विमला कों एंटी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग युनिट के सिपुर्द कर दिया है और पकड़े गये उमेश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।