विभागीय मिली भगत से कोटेदारो की कालाबाजारी पर नहीं लग पा रहा अंकुश
एम. आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर। ।स्थानीय तहसील क्षेत्र में कोटेदारों कालाबजारी पर अंकुश लग पाना प्रशासन के लिए मुश्किल सावित हो रहा। है एक तरफ सरकार का दावा है कि कोई भी लाभार्थी राशनकार्ड से छूटने ना पाऐ जिसके लिए सरकार भरपूर खाद्यान मुहिया करवाती है।लेकिन यहां तो विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से खाद्यान उठाने के बाद रास्ते में ही बेच दिया जाता है।
- ऐसा ही एक ताजा मामला तहसील क्षेत्र के जिगना गांव का सामने आया है। बीते शुक्रवार को कोटेदार राजबहादुर ने राशन उठाने के बाद लगभग 70 कुन्टल राशन इटवा के एक व्यापारी के हाथ बेच दिया था।जिसकी जानकारी राशन कार्ड धारकों हो और अपना गल्ला मांगने लगे गल्ला ना मिलने से राशनकार्ड धारकों ने विभाग मे कर दी जाचं उपरांत के दौराना मामला सही पाया गया।
- इस संबंध में पूर्ति निरक्षक राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि गलत पाऐ जाने पर कोटेदार को सस्पेंड कर दिया गया है।कार्यवाही चल रही हैं। वैसे विश्रससग इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई करेंगा, यह पूर्व के मामलों को देखते हुए कठिन ही लग रहा है।