exclucive–कल्लू चाचा हत्याकांड में अभियुक्तों के खिलाफ बहुत भोथरे हैं पुलिसिया सबूत

December 9, 2015 4:03 PM0 commentsViews: 385
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नजीर मलिक

मुतक मशहुर आलम उर्फ राका और मृतक फैजानुल्लाह उर्फ कल्लू चाचा

अभियुक्त मशहूर आलम उर्फ राका और मृतक फैजानुल्लाह उर्फ कल्लू चाचा

सिद्धार्थनगर। ढेबरुआ पुलिस ने बहुतचर्चित कल्लू चाचा हत्याकांड का खुलासा कर अपनी पीठ भले ही थपथपा रही हो, मगर उसके द्धारा पेष किये सबूत बहुत भोथरे है। जिससे घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका खड़ी हो गई है।

कपिलवस्तु पोस्ट को खोजबीन में कई ऐसे तथ्य मिले हैं, जिससे इस घटना में मुलजिम बनाये गये लोगों के खिलाफ केस बेहद कमजोर नजर आता है और घटना में पुलिस के गुमराह होने का शक सामने खड़ा हो जाता है।

खबर है कि जिस ट्रक से फैजुल्लह अर्फ कल्लू चाचा की मौत या हत्या  हुई उसे तुलसीपुर निवासी शमसुदृदीन चला रहा था। लेकिन पुलिस ने अचानक मशहूर आलम उर्फ राका को चालक बना कर मुख्य अभियुक्त बना दिया।

शमसुदृदीन ने क्यों दिया था सरेंडर अप्लीकेशन

कल्लू चाचा की जान 21 नवम्बर की सुबह झकहियां गांव के बाहर ट्रक की ठोकर से गई। 23 नवम्बर को शमसुदृदीन ने सिद्धार्थनगर कोर्ट में सरेंडर अप्लीकेशन दिया। इससे जाहिर है कि ट्रक वही चला रहा था। वैसे भी ट्रक मालिक सज्जाद तुलसीपुर का रहने वाला है। मशहूर आलम उसका चालक कभी नहीं रहा। सवाल है कि अगर ट्रक मशहूर आलम ने चढाई तो उसी मुकदमें में बतौर चालक शमसुदृदीन ने सरेंडर अप्लीकेशन क्यों दिया?

घटना के समय गांव में ही था राका
हादसे के समय चालक ट्रक को छोड़ कर मौके से फरार हो गया था। एफआईआर में भी ट्रक ड्राइवर को फरार बताया गया है, जबकि अभियुक्त मशहूर आलम उर्फ राका झकहिया गांव में ही था। लोगों ने उसे गांव में ही देखा। वह उस ट्रक को चला रहा था, यह गांव का कोई आदमी नहीं बता रहा है।

राका को तीन दिन किया गया प्रताड़ित

इस प्रकरण में अचानक पुलिस ने 3 दिसम्बर को राका को पकड़ा और तीन दिन तक थाने में प्रताड़ित कर उसे 6 दिसम्बर को मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस के समक्ष दिए गये बयान से हट कर राका का कहना है कि उसने उत्पीड़न के डर से अपराध कबूल किया।

कल्लू चाचा हत्याकांड में जिस दूसरे व्यक्ति को अभियुक्त बनाया गया है उसके और कल्लूचाचा के सम्बंध बहुत गहरे थे। इस बात को पूरा इलाका जानता है। उनमें कोई रंजिश भी नहीं थी। ऐसे में सवाल है कि वह ऐसा क्यों करेगा।

इलाके में एक चर्चा इसमें सियासी दखल की भी है। लोगों का कहना है कि दूसरे अभियुक्त की सियासी राह रोकने के लिए उसे हत्याकांड में शामिल करने की हवा बनाई गई। अभियुक्त इरशाद इटवा से ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था।

लोगों के मुताबिक मुमकिन है कि कल्लू चाचा की दुर्घटना के ओट में हत्या ही की गई हो, लेकिन कथित ड्राइवर मशहूर उर्फ राका और इरशाद के खिलाफ पुलिसिया सबूत बहुत भोथरे हैं, शमसुदृदीन का सरेंडर अप्लीकेशन इसका दस्तावेजी प्रमाण है।

इस बारे में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी का कहना है कि अभियुक्त और मुतक के बीच रंजिश थी। वहीं उसकी हत्या का कारण बना।

फिलहाल यह मामला पूरे इटवा इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। याद रहे कि गत 21 नवम्बर की सुबह ग्राम झकहिया निवासी 55 वर्शीय कल्लू चाचा की ट्रक दुर्घटना में रहस्यमय हालत मे मौत हो गई थी। परिजनों ने इसे हत्या बताते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था।

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