मंत्री, सासंद से कहीं ज्यादा कद्दावर शख्सियत के मालिक थे कमाल यूसुफ- प्रो. वासे
पूर्वं मंत्री कमाल यूसुफ की पहली बरसी पर उमड़ी भरी भीड़, सभी दलों के नेताओं ने साझा कीं यादे और पेश की खिराजे अकीदत
नजीर मलिक
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। कमाल युसुफ मलिक साहब एक जुझारू सियासतदान थे। जनता के हक और हिफाजत के लिए लगातार जद्दोजहद करना उनका सियासी धर्म था। उन्होंने इलाके के विकास की बुनियाद डाली और ताउम्र इसके लिए फिक्रमंद रहे। फिर भी कमाल यूसुफ को इसलिए याद करना चाहिए कि उन्होंने सियासतदान होने के बावजूद जाती तौर पर शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया।
उक्त विचार राजस्थान के पूर्व कुलपति और मौलाना आजाद फाउंडेशन के पदाधिकारी रहे प्रो. अख्तरुल वासे ने व्यक्त किया। वह मंगलवार को डुमरियागंज के निकट अगया तिराहे पर स्व. कमाल यूसुफ के प्रथम पूण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देना काफी अहम होता है।
प्रोफेसर अख्तरुल वासे ने कहा कि आम तौर पर लोग विधायक सांसद बन कर पद और सम्मान पाके संतुष्ट हो जाते हैं। परन्तु कोई सियासतदान सांसद मंत्री रहते हुए या इससे पहले भी शिक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों पर काम करने लगता है तो सांसद मंत्री से ऊपर की शख्सियत बन जाता है। उन्होनें कहा कि कमाल युसुफ के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में जो कार्य किया गया है उसको भूलाया नहीं जा सकता है। उनके द्वारा स्थापित हाईस्कूल, इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज कन्या इंटर कॉलेज इस बात की गवाही दे रहे हैं। उनके योगदानों को डुमरियागंज क्षेत्र के लोगों को कभी भी भूल नहीं सकते, न कभी भूलना ही चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राम प्रसाद चौधरी ने कहा की मलिक कमाल यूसुफ से बहुत गहरा नाता रहा है। वह हमेशा कहा करते थे परिस्थितियां चाहे जितनी भी विषम हो उनका सामना हमेशा करना चाहिए। पूर्व विधायक अनिल सिंह ने कहा कमाल साहब हिंदू मुस्लिम एकता के सच्चे पुरोधा थे। राजनीति में उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। दीपक मिश्रा ने कहा आज इस मंडल में समाजवाद का जो झंडा बुलंद है इसमें मलिक कमाल यूसुफ का बहुत बड़ा योगदान रहा है और इसे भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक मसूद आलम खान ने कहा कि हमने विधानसभा में स्वर्गीय मलिक कमाल यूसुफ को अपने क्षेत्र की जन समस्या को लेकर विधानसभा में लड़ते हुए देखा है। वह बहुत ही खुशमिजाज और मिलनसार लोगों में से थे और जब भी मिलते तो उनकी बातों में हमेशा अपनापन रहता था और कुछ ना कुछ सीखने को मिलता था।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक लालजी यादव ने कहा की स्वर्गीय मंत्री समाजवाद में हमेशा विश्वास रखते थे और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से रहे। उनके इस सहयोग को भुलाया नहीं जा सकता। पुष्कर आदित्य सिंह ने कहा की स्वर्गीय विधायक जी द्वारा हमेशा समाज की एकता और अखंडता को बल दिया जाता था और इसी को ऊपर हमेशा रखते थे। कार्यक्रम को डॉक्टर अब्दुल मन्नान ने भी कमाल साहब के साथ अपने सियासी सफर की यादें साझा कीं। इससे पूर्व सभी ने स्व. कमाल के चित्र पर माल्यापर्ण किया।
श्रद्धांजलि सभा में इसके अलावा कांग्रेस नेता अरशद खुर्शीद, पूर्व विधायक मसूद अहमद, सपा नेता चिंकू यादव, अतिकुररहमान, भाजपा नेता गौरव मिश्रा, राजेश द्विवेदी, घिसियावन यादव, मोनू दुबे, सुफियान अख्तर, हरिशंकर सिंह, पप्पू श्रीवास्तव, पूर्व ब्लाक प्रमुख मारकंडे पांडेय, ताकीब रिजवी, कुंवर आनंद सिंह, आदित्य विक्रम सिंह, जमील सिद्दीकी, अफसर अहमद, ओम प्रकाश श्रीवास्तव आदि नेताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन सगीर खाकसार ने किया। कार्यक्रम के अंत में आयोजक इरफान मलिक ने आगुंतकों के प्रति आभार जताया।
इस दौरान पप्पू, डॉक्टर अफाक, फैसल मलिक, साकिब मलिक, गुफरान, दिनेश पांडेय, अब्दुल अली, सलमान मलिक, नौशाद मलिक, आदि लोग मौजूद रहे ।