कश्मीर में शहीद जवान इरशाद-सलमान के परिवार से मिलने पहुंचे शायर इमरान प्रतापगढी, दी 50-50 हज़ार की मदद
जावेद खान।
लखनऊ। सरहद पर शहीद हुए प्रतापगढ़ के लाल सलमान और इरशाद के परिवार से मिलने पहुंचे यश भारती सम्मानित युवा शायर इमरान प्रतापगढ़ी। शायर ने वादे के मुताबिक दोनों परिवारों को 50-50 हजार की आर्थिक मदद की। बता दें कि दोनों जवान एक पखवारा पहले कश्मीर में आतंकवादियों की गोली से शहीद हो गये थे।
दो जवान बेटों के जनाजे को कंधा देने वाले शहीद इरशाद और सलमान के पिता दुख के सिवा कोई दूसरी बात नहीं कह सकते। बेटों के शहीद होने के बाद परिवार की उम्मीद खो चुकी है। देश के लिए कुर्बान होने वालों को सम्मान तो दूर की बात परिवार को आर्थिक मदद के नाम पर चंद रुपए ही दिए गए।
बेटों के जाने के बाद दो परिवार असहाय हैं। मजबूर है आर्थिक परेशान है। इन सारी परेशानियों को देखते हुए शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने इन परिवारों के लिए आर्थिक मदद का खुद एलान भी और अपने चाहने वालों से अपील भी की थी। जिसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने अपने वादे को निभाया।
पढ़िए क्या लिखा शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने
मेरे सामने अपने कॉंधों पर अपने जवान बेटों के जनाज़ों को कॉंधा दे चुके दो बाप बैठे हैं, उनकी ऑंखों से बहते हुए ऑंसू रूह तक को भिगा दे रहे हैं, मेरा ख़ुद का दामन भीगा है, वो अखनूर (कश्मीर) में शहीद हुए अपने जवान बेटों शहीद इरशाद और शहीद सलमान की बातें कर रहे हैं और बस रो पड़ रहे हैं !
वो ये भी बताते हुए रो दे रहे हैं कि हमारे शहीद हुए जवान बच्चों की शहादत की कोई अहमियत नहीं। ज़िला प्रशासन से लेकर सियासी गलियारों तक, किसी भी शख़्स को ये एहसास तक नहीं कि जनाज़े में शामिल होकर एैसे परिवारों के ज़ख़्म पर मरहम लगा दें !
सरकारी मदद के नाम पर सेना ने अंतिम संस्कार के लिये कुछ हज़ार रूपये भेजे थे बस ! शहीद सलमान और शहीद इरशाद के परिवार वालो के बहते हुए ऑंसुओं को अपने दामन में समेटने की एक छोटी सी कोशिश !