काठमांडू एयरपोर्ट से इंटरनेशनल उड़ानें बंद, एक लाख करोड़ की पर्यटन इंडस्ट्री को झटका
नजीर मलिक
नेपाल में हालात बिगड़ गये हैं। नाकेबंदी की वजह से काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से अगले आदेश तक विदेशी उड़ानें बंद कर दी गई हैं। काठमांडू से 14 देशों की 26 विमान कंपनियों की तकरीबन 60 उड़ानें रोज होती हैं। मंगलवार शाम हुये इस फैसले से नेपाल में हजारों विदेशी टूरिस्ट फंस गये हैं।
मंगलवार की दोपहर नेपाल आयल निगम के एयरपोर्ट डिपो ने जानकारी दी कि उनके पास उड़ान के लिए तेल नहीं है। यदि कंपनियां चाहें तो भारत, बांगला देश से ईधन लेकर उड़ानें जारी रख सकती हैं।
निगम के इस एलान के बाद चीन की चाइना सदर्न एयरलाइन्स ने 10 अक्तमूबर तक अपनी सभी उड़ानों को रद करने की घोषणा कर दी है। अन्य कई कंपनियों ने भारत, बांगला देश से ईधन खरीद को 40 प्रतिशत महंगा बताते हुए अपनी उड़ानें बंद करने की बात कही है।
खबर है कि इस फैसले के बाद नेपाल एयरपोर्ट पर भीड़ लग गई। तमाम विदेशी टूरिस्ट अपने देश लौटने को उतावले हो गये। उनमें हजारों लोग ऐसे भी है जो अभी तक वहीं फंसे है। उम्मीद है कि वह राजनयिक प्रयासों के तहत अगले 24 घंटो में अपने वतन लौट सकेंगे।
नेपाल पर्यटन को झटका
निगम के एलान के बाद से नेपाल पर्यटन इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा है। नेपाल की आय का मुख्य जरिया पर्यटन ही है। इससे उसे प्रति वर्ष तकरीबन एक लाख करोड़ की आय होती है।
माना जाता है कि हवाई सेवा बाधित होने से विदेशों से आने वाले सैलानियों में भारी कमी आयेगी। नेपाल में बढ़ रही अशांति इसमें और बड़ा रोल निभायेगी।
पोखरा में होलसेल का कारोबार कर रहे इकराम अहमद खान का कहना है कि अगर पर्यटन पर असर पड़ा तो उन जैसे हजारों लोगों का कारोबार भी तबाह हो जायेगा।