मनबढ़ ने छोटी सी बात पर फिर चलाई गोली, क्या नेपाल बार्डर पर उभर रहा एक नया रंगदार?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नेपाल बार्डर पर जरायम की दुनियां में तेजी से पहचान बना रहे एक युवक ने आज फिर छोटी सी बात पर अकरम नामक युवक पर अकारण और दिन दहाड़े कट्टे से गोली चला दिया। फिलहाल अकरम तो बच गया है, लेकिन गोली चलाने वाले दिलीप यादव के साथ दुस्साहसिकता की एक और कहनी जुड़ गई है। लोग उसे भारत नेपाल सीमा का नया रंगबाज समझने लगे हैं, लेकिन पुलिस ml पर अंकुश लगाने में विफल है।
क्यों चलाया अकरम पर गोली?
बताया जाता है कि जिले के कपिलवस्तु (नेपाल बार्डर) क्षेत्र के ग्राम पंचायत बर्डपुर नम्बर आठ के महदेवा कुर्मी निवासी दिलीप यादव आज लगभग 11 बजे बर्डपुर तिराहे पर स्कूली बच्चों के विवाद में गाली गलौज कर रहा था। उसी समय सिद्धार्थनगर थाने के ग्राम रतनपुरवा निवासी 27 वर्षीय अकरम भी मौके पर पहुंच गया। उसने दिलीप को गाली गलौज से मना किया।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अकरम के टोकने पर उसमें और दिलीप यादव में नोक झोंक हो गयी, नौबत मारपीट तक आ पहुंची। इसी बीच दिलीप ने कट्टा निकाल कर अकरम पर फायर झोंक दिया। मगर अकरम ने दिलीप के कट्टा तानते ही स्वयं को जमीन पर गिरा लिया। इस प्रकार फायर बेकार चला गया। बाद में मौके पर मोहाना पुलिस पहुंच गई। इस बारे में मोहाना पुलिस का कहना है कि वह कानूनी कार्रवाई कर कर रही है।
कौन है नया रंगबाज दिलीप कुमार यादव?
छब्बीस साल का दिलीप यादव नेपाल बार्डर से सटे भारतीय क्षेत्र के गांव महदेवा कुर्मी का निवासी है। वह एक महत्वकांक्षी युवक बताया जाता है। बार्डर की कपिलवस्तु कोतवाली में उसका गांव आता है। कपिलवस्तु कोतवाली सहित मोहाना थाना, सिद्धार्थनगर थाना में उसके खिलाफ कई शिकायते हैं। हाल ही में उसने पूर्व विधायक रामरेखा यादव के पुत्र व पूर्व प्रधान ओम प्रकाश यादव पर भी दिनदहाड़े जान लेवा हमला किया था। इसके अलावा पुलिस के पास उसकी तमाम शिकायतें हैं।
उस इलाके के लोगों का कहना है कि बार्डर क्षेत्र में उसका भय और आतंक बढ़ता जा रहा है। मगर छोटे छोटे मामलों में एनएसए व गैंगेस्टर जैसी धाराएं लगाने वाली पुलिस इस प्रकरण में जाने क्यों नर्म दिखाई देती है। एक थानाध्यक्ष ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर उसके साथ सख्ती न हुई तो आने वाले दिनों में वह भारत़़-बार्डर के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।