Exclusive: MLA का घमंड चूर करने के लिए मैदान में उतरीं ख़ैरून्निशा जीतीं, विजय पासवान का सपना टूटा
नजीर मलिक
लोटन ब्लाक की एक ग्राम पंचायत गदहमोरवा में खैरुन्निशां नाम की एक महिला ने सदर विधायक समर्थक उम्मीदवार को हरा कर हलचल मचा दी है। राजनीतिक दबावों के चलते महिला के पति जेल में हैं। इस सियासी घमंड का जवाब देने के लिए महिला खुद राजनीतिक मैदान में उतरीं और सदर विधायक विजय पासवान के कैंडिडेट को चित कर दिया। राजनीति के जानकार खैरुन्निशां की जीत को विधायक पासवान के खिलाफ नक्कारे की पहली चोट मान रहे हैं।
गदहमोरवा में प्रधानी चुनाव का किस्सा बेहद दिलचस्प है। सदर विधायक विजय पासवान इसी गांव के रहने वाले हैं। इस गांव में ज़मीनी विवाद के नाते अफजल उर्फ लड्डन नाम के एक शख़्स तीन महीने से जेल में बंद हैं। बताया जाता है कि राजनीतिक दबाव की वजह से पुलिस से अफ़ज़ल को जेल भेजा। यही वजह थी कि ग्रामीणों ने खैरुन्निशां के पक्ष में जमकर वोट किया जोकि जेल में बंद अफज़ल की बीवी हैं।
विधायक पक्ष से चद्रभान नाम के उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने की बात सार्वजनिक की तो लड्डन ने अपनी पत्नी खैरुन्निशां को पर्चा दाखिल करने को कहा। इस गांव के चुनाव में विधायक पासवान और उनके परिजन चंद्रभान के लिए पूरा जोर लगाये हुए थे।
दूसरी तरफ खैरुन्निशां के पास न साधन थे न संसाधन। पति जेल में था। फिर भी वह लड़ी और झांसी वाली रानी की मर्दानी तर्ज पर लड़ी। तमाम साधनों से लैस विरोधी खेमे की उन्होंने ईंट से ईंट बजा दी।
सदर विधायक के रौबदाब के कारण सभी चन्द्रभान की जीत के लिए आश्वस्त थे लेकिन नतीजे उलट गए। गांव में खैरुन्निशां के नाम का डंका बजा। इस नतीजे से विधायक खेमा मायूस है।
9:05 PM
खैरुन्निशा के जज्बे को सलाम
उस गाव के सभी लोगों का तहे दिल से सुक्रिया जिन्होंने एक मजबूर का साथ दे कर अपने वोट को सही जगह इस्तेमाल किया है
सत्ता की ताक़त का अहसाश दिला दिया