इटवा का पाली हत्याकांडः आखिर उसने अपनी 22 साल की गर्भवती पत्नी का कत्ल क्यों किया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर।इटवा थाना क्षेत्र के पाली गांव के सिवान में गला रेत कर मारी गई 22 वर्षीया विवाहिता कोमल यादव 6 महीने की गर्भवती थी। यह बात कोमल की पोस्टमार्टम से रिपोर्ट से सामने आई है। घटना के बाद उसके पति शिवपूजन को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक कोमल यादव मन नमिल पाना ही उससे छुटकारा पाने की वजह से उसकी करने हत्या की गई है। लेकिन कुछ लोगों के अनुसार केवल इतनी सी बात को हत्या का असली कारण नहीं माना जा सकता।
बता दें की कोमल की लाश उसके मायके के गांव पाली के एक सीवान में रविवार की सुबह पाई गई थी। जहां उसे गला रेत कर मारा गया था। कोमल 6 माह की गर्भवती भी थी।फिलहाल मायके आई हुई थी। उसकी शादी इटवा थाने के इटवा बख्शी गांव के शिवपूजन से हुई थी शिव पूजन ने पुलिस की पूछताछ में जा बताया है उसके मुताबिक पूरी कहानी इस प्रकार है।
शिवपूजन और कोमल की शादी तीन वर्ष पूर्व हुई थी। हालांकि शिवपूजन यह शादी नहीं करना चाहता था, मगर सामाजिक दबा में उसे करना पड़ा। लेकिन वह यह री कहता रहाकि वह अपनी पत्नी से छुटकारा पाना चाहता था। इसलिए कोमल के गर्भवती होने के बाद उसने कोमल को जान से मारने का मन मना लिया।
प्लान के मुताबिक शिवपूजन ने रविवार को देर शाम अचानक फोन कर उसे गांव से बाहर बुलाया तथा कथित रूप से उसका गला रेत कर लाश को वहीं खेत में छोड़ कर अपने गांव इटवा बख्शी चला आया। सुबह उसकी लाश बरामद हुई। बाद में पुलिस की हिरासत में उसने सच स्वीकार कर लिया। फोन काल आदि की दृष्टि भी हो गई।
फिलहाल शिवपूजन न्यायलय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। मगर एक सवल सही भी है कि क्या कोई आदमी पत्नी से मन न मिलने के आधार पर अपनी गर्भवती पत्नी की हत्या कर सकता है? आस पास एक चर्चा यह भी है कि संभव है कि शिवपूजन का किसी और से प्रेम सम्बंध हो, इसलिए उसने अपनी पत्नी से छूटकारा पाना चाहा हो? या फिर पत्नी कोमल की तरफ से कोई बत रही रही हो? इस बिंदु पर खोज करने पर ही सच्चाई आ सकती है।